MP में 1 मार्च से बढ़ेगा बस किराया:परिवहन मंत्री ने कहा- बस संचालक और यात्रियों की सहमति से तय होंगे रेट; उज्जैन, इंदौर, सागर, जबलपुर में हड़ताल स्थगित
मध्यप्रदेश के परिवहन मंत्री गोविंद राजपूत ने गुरुवार को बसों का किराया बढ़ाने की घोषणा की।
26 फरवरी सुबह 5 बजे से बस ऑपरेटरों ने सांकेतिक हड़ताल का किया ऐलान
मध्यप्रदेश के बस यात्रियों को झटका लगने वाला है। गुरुवार को परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने 1 मार्च से बसों का किराया बढ़ाने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ बैठक के बाद इस संबंध में निर्णय लिया गया है। किराया कितना बढ़ेगा, अभी यह तय नहीं है। राजपूत ने कहा कि बस संचालक और यात्रियों की सहमति से किराया तय किया जाएगा। मध्यप्रदेश बस ऑपरेटर एसोसिएशन अध्यक्ष गोविंद शर्मा ने कहा कि सरकार ने एसोसिएशन में से किसी को नहीं बुलाया। ना ही हमें जानकारी दी है। ऐसे में हड़ताल वापस नहीं ली जाएगी। 26 फरवरी को एक दिन की हड़ताल होगी। दो दिवसीय हड़ताल को एक दिन कर दिया है। साथ ही उज्जैन, इंदौर, सागर, जबलपुर में हड़ताल स्थगित कर दी गई है। भोपाल संभाग और आसपास हड़ताल रहेगी।
एमपी बस ऑपरेटर एसोसिएशन के अध्यक्ष गोविंद शर्मा ने बताया कि आधे संभाग में हड़ताल स्थगित कर दी गई है। इसमें उज्जैन, इंदौर, सागर, जबलपुर, सतना में भी हड़ताल स्थगित होने की संभावना है। वहीं, भोपाल संभाग और आसपास हड़ताल अभी स्थगित नहीं की गई है।
15 से 25 प्रतिशत बढ़ोतरी करने की तैयारी
सरकार बसों के किराए में 15 से 25 प्रतिशत बढ़ोतरी करने की तैयारी कर रही है। इस पर बस ऑपरेटर एसोसिएशन का कहना है कि 25 प्रतिशत किराया बढ़ोतरी होती है तो हम उसका स्वागत करेंगे। डीजल के रेट में ही 25 से 26 प्रतिशत की बढ़ोतरी हो गई है। किराए में 25 प्रतिशत से कम बढ़ोतरी हमें मंजूर नहीं है।
मप्र बस ऑपरेटर एसोसिएशन के अध्यक्ष गोंविद शर्मा ने बताया कि अभी हम वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से प्रदेश भर के बस ऑपरेटर से बातचीत करने जा रहे है। इसके बाद आगे की रणनीति बनाई जाएगी। फिलहाल 26 तारीख को बस हड़ताल के निर्णय में बदलाव नहीं है।
6 महीने बाद मंत्री कह रहे, किराया बढ़ाएंगे
गोंविद शर्मा ने कहा कि 18 सितंबर को किराया बोर्ड की बैठक हो चुकी है। इसमें हमारे दो प्रतिनिधि और सरकार के अधिकारी उपस्थित थे। बैठक में तय हुआ था कि 50 प्रतिशत किराया बढ़ेगा। इस निर्णय की फाइल को सरकार 6 महीने से दबाए बैठी है। अब बोल रहे हैं कि हम किराया बढ़ाएंगे। शर्मा ने कहा कि सरकार पोर्टल पर लिखकर साफ करे कि कितना किराया बढ़ाएंगे। हम हड़ताल वापस ले लेंगे।
स्वैच्छिक है बसों की हड़ताल
मध्यप्रदेश बस ऑपरेटर एसोसिएशन का कहना है कि हड़ताल स्वैच्छिक है। इस संबंध में दो दिन पहले बस ऑपरेटर संचालकों ने भोपाल में बैठक कर निर्णय लिया था। इसमें प्रमुख मांग किराया वृद्धि को लेकर है। मध्यप्रदेश बस ऑपरेटर एसोसिएशन के सदस्य दीपेश विजयवर्गीय ने बताया, हड़ताल स्वैच्छिक है। इस दौरान यदि कोई बस ऑपरेटर बस चलाता है, तो उसे रोका नहीं जाएगा। विजयवर्गीय ने बताया कि मध्यप्रदेश में 36 हजार बसें हैं। हमारा उद्देश्य आम जनता को परेशान करना नहीं है। उन्हाेंने बताया कि डीजल के दाम में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। डीजल 60 रुपए से 90 रुपए प्रति लीटर तक पहुंच गया है, लेकिन किराए में बढ़ोतरी नहीं हुई है।
बस ऑपरेटराें का आरोप- किया जा रहा परेशान
बस ऑपरेटर एसोसिएशन का कहना है कि सीधी बस हादसे में प्रशासन की गलती को दबाने के लिए बस संचालकों को निशाना बनाया जा रहा है। एसोसिएशन के सदस्य धर्मेन्द्र उपाध्याय ने कहा कि हम नियमों को तोड़ने वालों पर कार्रवाई का विरोध नहीं कर रहे, लेकिन पूरे कागज होने के बावजूद बसों के चालान काटे जा रहे हैं।
यदि 25 प्रतिशत किराया बढ़ा तो ...
प्रदेश में अभी डीलक्स बस 1.25 रुपए प्रति किमी और लोकल बस 1 रुपए प्रति किमी के किराए पर चलती है। यानी भोपाल से इंदौर की दूरी 190 किलोमीटर है। अभी डीलक्स बस से किराया 237 रुपए प्रति यात्री है। किराए में 25 प्रतिशत की बढ़ोतरी होने पर किराया 298 रुपए के करीब हो जाएगा। वहीं, साधारण बस का किराया 1 रुपए प्रति किमी है। यानी अभी 190 रुपए किराया है। 25 प्रतिशत बढ़ोतरी होने पर किराया 238 रुपए के करीब हो जाएगा।
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भोपाल से 3 हजार बसों का होता है संचालन
राजधानी भोपाल से प्रदेश के सभी क्षेत्रों के अलावा अंतरराज्यीय बसों का संचालन होता है। आईएसबीटी, पुतली घर, हलालपुर, नादरा बस स्टैंड से करीब 3 हजार बसें चलती है।
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