जबलपुर । ऑल इंडिया डिफेंस एम्पलाइज फेडरेशन की राष्ट्रीय अध्यक्ष एसएन पाठक  ने बताया कि ऑर्डीनेंस फैक्ट्रीयों के निगमीकरण के फैसले के विरोध में ऑर्डीनेंस फैक्ट्री कर्मियों की हड़ताल की समझौता बैठक में चीफ लेबर कमिश्नर के समक्ष रक्षा उत्पादन विभाग तथा फेडरेशनों के मध्य औद्योगिक विवाद अधिनियम 1947 की धारा 33 के अंतर्गत हड़ताल न करने तथा रक्षा उत्पादन विभाग द्वारा निगमीकरण की प्रक्रिया को रोकने पर सहमति हुई थी। परंतु कुछ समय से एक और रक्षा मंत्रालय द्वारा फेडरेशनों से समझौता बैठके की जा रही है, जिनमें ऑर्डिनेंस फैक्ट्रियों को 30000 करोड़ के उत्पादन लक्ष्य दिए जाने पर फेडरेशने कायम है, साथ ही दूसरी ओर रक्षा मंत्रालय द्वारा ऑर्डीनेंस फैक्ट्रीयों के निगमीकरण की प्रक्रिया को धीरे-धीरे अमलीजामा भी पहनाया जा रहा है । सरकार के एक आदर्श नियोक्ता होने के नाते सरकार का इस तरह का आचरण विधि सम्मत नहीं है। क्योंकि ऑर्डीनेंस फैक्ट्रीयों के निगमीकरण के विरोध में की जाने वाली हड़ताल की मांगों के संबंध में समझौता प्रक्रिया अपूर्ण है एवं पिछली समझौता बैठक 5 जनवरी 2021 को हुई थी जिसमें AIDEF,INDWF,BPMS फेडरेशनों ने संयुक्त रूप से प्रतिवेदन दिया था प्रतिवेदन में ऑर्डीनेंस फैक्ट्री को सरकारी विभाग रखते हुए 30,000 करोड रुपए के उत्पादन लक्ष्य  को हासिल करने एवं ऑर्डीनेंस फैक्ट्रीयों की बेहतरी के लिए फेडरेशनों द्वारा विस्तृत रोडमैप दिया गया था। प्रतिवेदन पर रक्षा उत्पादन सचिव की विवेचना के पश्चात फेडरेशनों को पुनः रोड मैप प्रस्तुत करने के लिए कहा गया था । आज दिनांक 13 फरवरी को रक्षा मंत्रालय की तीनों फेडरेशन AIDEF,INDWF,BPMS का संयुक्त प्रतिवेदन रक्षा मंत्रालय को भेजा गया है । प्रतिवेदन में ऑर्डीनेंस फैक्ट्रीयों की कार्यप्रणाली पर विवेचना की गई है साथ ही और OFB को स्वायत्तता प्रदान करने की मांग की गई है। प्रतिवेदन में ऑर्डीनेंस फैक्ट्रीयों कर्मचारियों की ओर से मांग की गई है कि सभी ऑर्डीनेंस फैक्ट्रीयो के कर्मचारी शासकीय कर्मचारी ही बने रहने चाहिए। सभी कर्मचारियों को संविधान की धारा 309 एवं 311 के तहत शासकीय सेवक बने रहना चाहिए। सभी कर्मचारियों को संविधान की धारा 309 एवं 311 के तहत पे कमीशन का लाभ विभिन्न अलाउंस कैरियर में प्रगति विभिन्न नियमों तथा डीओपीटी के आदेशों के तहत ही व्यवहार किया जाना चाहिए। फेडरेशनों द्वारा ऑर्डीनेंस फैक्ट्रीयों के वर्तमान स्वरूप को कायम रखने के लिए ही समर्थन देने को तैयार है ऑर्डीनेंस फैक्ट्रीयों के साथ कोई भी छेड़छाड़ फेडरेशन ओं को मंजूर नहीं। *यदि रक्षा मंत्रालय का रक्षा उत्पादन विभाग ऑर्डीनेंस फैक्ट्रीयों के वर्तमान स्वरूप में ही बेहतर प्रदर्शन हासिल करने में सक्षम नहीं है तो फेडरेशनों को फ्री हैंड ऑर्डीनेंस फैक्ट्रीयों का प्रबंधन प्रदान किया जाए। फेडरेशने समुचित बजट सहायता के साथ 30000 करोड़ का उत्पादन लक्ष्य हासिल करने का चैलेंज लेने को तैयार है। ऑर्डिनेंस फैक्ट्रियों के कर्मचारी नेता नेमसिह, आर एन शर्मा, शिव पांडे, श्रीराम मीणा,  मिठाई लाल रजक, रोहित यादव, अम्बरीष सिंह, पुष्पेंद्र सिंह, वीरेंद्र साहू, आशीष श्रीवास्तव, राकेश जयसवाल, राजा पांडे, अर्णब दासगुप्ता, इत्यादि ने कर्मचारी हितों के लिए मिलकर संघर्ष करने का आवाहन किया।