भोपाल । राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने प्रतिबंधित आतंकी संगठन आइएसआइएस के जबलपुर माड्यूल मामले में चौथे आरोपित कासिफ खान की गिरफ्तारी की है। आतंक फैलाने की साजिश रचने के आरोप में उसे गिरफ्तार किया गया है। वह आइएसआइएस की विचारधारा से प्रेरित था। कासिफ जबलपुर का ही रहने वाला है। वह मई में गिरफ्तार किए गए इस माड्यूल के तीन आरोपित सैयद मामूर अली, मोहम्मद आदिल खान और मोहम्मद शाहिद के साथ मिलकर काम करता था। एनआइए अधिकारियों ने बताया कि कासिफ अन्य लोगों के साथ मिलकर लोगों को संगठन से जोड़ने के लिए उनका ब्रेनवाश करता था। इसके लिए वह 'दावा' कार्यक्रम आयाेजित करता था। यह एक तरह की सभा होती थी। उसका काम भोले-भाले मुस्लिम युवकों को बरगला कर उन्हें कट्टरपंथी बनाना और आइएसआइएस से जोड़ने का था। एनआइए ने 24 मई 2023 को आइएसएएस जबलपुर माड्यूल केस दर्ज किया था।
एनआइए को पता चला था आरोपित सक्रिय रूप से आइएसआइएस का प्रचार-प्रसार कर रहे हैं। इस्लामिक स्टेट की स्थापना के लिए हिंसक गतिविधियां करने की कोशिश में हैं। वह हथियार भी इकट्ठा करने का प्रयास कर रहे थे। इसकी पुख्ता जानकारी मिलने के बाद एनआइए ने 26-27 मई की दरमियानी रात जबलपुर में 13 स्थानों पर छापेमारी कर पहले तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया था। जांच एजेंसी ने मप्र आतंकवाद निरोधी दस्ता (एटीएस) के साथ मिलकर यह कार्रवाई की थी। एनआइए की जांच में पता चला है कि माड्यूल आतंकी हमले की योजना बनाने के लिए बैठकें कर रहा था। वे युवाओं को संगठन में भर्ती करने, हथियार और धन जुटाने के साथ ही आइएसआइएस की प्रचार सामग्री बांटने का काम करते थे।उनकी यहां से देशभर में संगठन विस्तार की योजना थी। इंटरनेट मीडिया और दावा गतिविधियों के माध्यम से उन्होंने हिंसक वारदात करने की साजिश रची थी।