बीजिंग । कोरोना फैलने के करीब एक साल बाद विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के नेतृत्व वाली जांच टीम चीन के वुहान स्थित वायरस रिसर्च लैब में पहुंची। वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी चीन का अहम वायरस रिसर्च सेंटर है, जिस पर कई तरह के सवाल उठते रहे हैं। वहीं, डब्ल्यूएचओ टीम कोरोन की उत्पत्ति का पता लगाने लिए चीन के दौरे पर है। रिपोर्ट के मुताबिक, चीन दौरे पर गई डब्ल्यूएचओ की टीम का नेतृत्व वायरस एक्सपर्ट पीटर बेन एम्बरेक कर रहे हैं। बुधवार की सुबह जब जांच टीम पहुंची तब वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी की सुरक्षा में काफी संख्या में गार्ड तैनात थे। 
डब्ल्यूएचओ जांच टीम के सदस्य पीटर डसजक ने कहा कि वे महत्वपूर्ण लोगों से यहां मिलकर सभी जरूरी सवाल पूछा जाएगा। बीते कुछ महीनों में कोरोना शुरू होने को लेकर कई रिपोर्ट्स में वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी का नाम सामने आया था और कई एक्सपर्ट ने इस लैब से कोरोना के लीक होने की आशंका जाहिर की थी। हालांकि, चीन, वुहान की लैब से कोरोना लीक होने के आरोपों को खारिज करता आया है। लेकिन कई वैज्ञानिकों ने चीन से मांग की थी कि वह उन सभी कोरोना वायरस सैंपल की विस्तृत जानकारी सार्वजनिक करे जिनके ऊपर लैब में स्टडी की गई थी। लेकिन चीन की ओर से कोरोना शुरू होने पर दुनिया को सीमित जानकारी दी गई।