नई दिल्ली : भारत और चीन के रिश्तों की गर्मजोशी के बीच सीमा पर तनाव हो गया है. सूत्रों के मुताबिक, पाकिस्तान की पीपल्स लिबरेशन आर्मी के एक हजार जवान चुमुर में भारतीय सीमा में 5 किलोमीटर अंदर तक घुस आए हैं. दिल्ली में मोदी और जिनपिंग को हाथ मिलाते हुए देखकर लगता है कि संबंध बेहतरी की ओर हैं, लेकिन सूत्र बता रहे हैं कि सीमा पर इस वक्त हालात बेहद तनावपूर्ण हैं.

बताया जा रहा है कि चीनी सैनिकों की ओर से यह घुसपैठ बुधवार सुबह हुई. याद रहे कि चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग बुधवार दोपहर ही भारत दौरे पर पहुंचे. अगर संख्या बल की बात करें तो यह हाल के दिनों में यह चीनी सेना का सबसे बड़ा उल्लंघन है. खबरों के मुताबिक, भारत ने भी अपनी 14 सेना बटालियन के जवानों को चुमुर के लिए रवाना कर दिया है.

 संपर्क में हैं दोनों देशों के अधिकारी!
बताया जा रहा है कि मामले को जल्द से जल्द सुलझाने के लिए दोनों देशों के विदेश और रक्षा मंत्रालय के अधिकारी एक-दूसरे के संपर्क में हैं. माना जा रहा है कि नई दिल्ली के हैदराबाद भवन में गुरुवार को होने वाली मोदी और जिनपिंग की द्विपक्षीय बातचीत में सीमा विवाद का मुद्दा भी उठ सकता है. बताया जा रहा है कि मौजूदा स्थिति पर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत दोवाल नजर बनाए हुए हैं.लद्दाख के चुमुर सेक्टर में बीते दिनों हुई चीनी घुसपैठ के बाद हालात पर चर्चा के लिए भारत और चीन एक तरफ फ्लैग मीटिंग कर रहे थे तो, खबरों के मुताबिक, दूसरी तरफ चीन की थलसेना ने चुमुर इलाके में फिर से घुसपैठ की.

जिनपिंग की यात्रा से कुछ घंटे पहले की घटना
आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि कुछ चीनी सैनिक कल लौट गए थे और आमतौर पर यह संभावना थी कि बाकी सैनिक भी वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) की दूसरी तरफ वापस चले जाएंगे. बहरहाल, सूत्रों ने बताया कि चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के करीब 1000 जवान चुमुर इलाके में आए. हैरत की बात यह है कि चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग के भारत आगमन से कुछ घंटे पहले चीनी सैनिकों ने यह हरकत की.

सूत्रों ने बताया कि भारत ने भी इलाके में कुछ और सैनिक रवाना कर दिए हैं और दोनों पक्ष बैनर-ड्रिल में लगे हुए हैं. इस बीच, भारत और चीन ने लद्दाख के चुमुर सेक्टर की स्थिति पर चर्चा करने के लिए फ्लैग मीटिंग की. चुमुर सेक्टर में दोनों देशों के सैनिक एक दूसरे के आमने-सामने हैं. सेना के सूत्रों ने बताया कि चुसुल में सैन्य प्रहरी भेंट स्थल पर ब्रिगेडियर स्तर की फ्लैग मीटिंग हुई जहां डेमचक इलाके में चीनी नागरिकों द्वारा अतिक्रमण के मुद्दे पर भी चर्चा हुई.

चीन की इस चाल का मतलब?
सूत्रों ने बताया कि ऐसा समझा जाता है कि फ्लैग मीटिंग में कोई नतीजा नहीं निकला और दोनों पक्ष जल्द ही फिर से बैठक कर सकते हैं. लेह के पूर्वोत्तर में 300 से ज्यादा किलोमीटर की दूरी पर स्थित चुमुर में दोनों देशों के बीच अक्सर टकराव की स्थिति बनती रही है. उस इलाके में भारत के वर्चस्व को खत्म करने के लिए चीन ने कई दफा कोशिशें की है. सूत्रों ने कहा कि चीन की तरफ वाहनों की आवाजाही देखी गई और ऐसा माना जा रहा है कि चीन की पीएलए अपनी तरफ किए जा रहे निर्माण कार्य से भारत का ध्यान भटकाने की खातिर यह चाल चल रही है.