उज्जैन। मध्य'प्रदेश उज्जैन के हामूखेड़ी गांव में आईटीआई के एक छात्र ने शनिवार देर रात फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। रात में बहन ने उसे फंदे पर लटके देखा तो चिल्लाई। शोर सुनकर पिता और पड़ोसी आ गए। कुलदीप की मां की मौत करीब 12 साल पहले ही हो गई थी। वह अपने पिता रामगोपाल और बहन के साथ ननिहाल हामूखेड़ी में रहता था।
छात्र को फंदे से उतारकर जिला अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। छात्र ने आत्महत्या से पहले सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में लिखा कि वह अपनी मर्जी से मर रहा हूं। पुलिस मामले की जांच कर रही है। उज्जैन के नागझिरी थाने के एएसआई दिनेश भाट ने बताया कि हामूखेड़ी निवासी रामगोपाल मकवाना का बेटा कुलदीप (21) उज्जैन में आईटीआई से पढ़ाई कर रहा था। शनिवार रात उसने फांसी लगा ली। उन्होंने बताया कि परिजनों के मुताबिक कुलदीप की मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी। 

रात में खाना खाने के बाद वह पहली मंजिल पर बने अपने कमरे में सोने चला गया। रात में उसकी बहन उठी और ऊपर कमरे में गई तो भाई को फंदे पर लटके देखा। वह चीखते हुए नीचे आई और पिता को जगाया। शोरगुल सुनकर पड़ोसी भी आ गए। सभी ने कुलदीप को फंदे से उतारा और आनन-फानन में जिला अस्पताल ले आए। जहां परीक्षण के बाद उसे मृत घोषित कर दिया गया।

कुलदीप ने आत्मघाती कदम उठाने से पहले सोशल मीडिया पर एक पोस्ट लिखी, जिसमें उसने लिखा है कि मैं अपनी मर्जी से मर रहा हूं। इसमें किसी की कोई गलती नहीं है। मैं सबसे बहुत प्यार करता हूं। प्लीज, मेरे जाने के बाद कोई किसी को कुछ नहीं बोलना। सब प्यार से रहो।