ग्वालियर। दो कमरों में एक फर्जी बैंक चलते जिला प्रशासन ने पकड़ी है। यह फर्जी बैंक दाल बाजार में यूनाइडेट कॉ-ऑपरेटिव सोसायटी लिमिटेड नाम से चल रही थी। सोसायटी के दफ्तर में बैंक की तरह सेविंग अकाउंट, एफडीआर जमा, व्हीकल फाइनेंस व होम फाइनेंस हो रहे थे। जिला प्रशासन की टीम ने सोसायटी के दफ्तर पर छापामार कार्रवाई की है। प्रशासन ने यहां से दस्तावेज जब्त कर फर्जी बैंक को सील कर दिया है।शहर के घने इलाका दाल बाजार की एक गली में बने मकान की दूसरी मंजिल पर यूनाइटेड को-ऑपरेटिव सोसायटी लिमिटेड का दफ्तर संचालित हो रहा था। इस दफ्तर में बैंक की तरह लेन-देन, ऋण देने और बेरोजगार को व्यापार लगाने के लिए लोन देने का काम हो रहा था। इस सोसायटी के संचालक विपिन कुमार झा बताए गए हैं। जब इसका पता जिला प्रशासन के अफसरों को चला तो लश्कर एसडीएम अनिल बनवारिया, तहसीलदार शिवानी पांडे और टीआई कोतवाली राजीव गुप्ता ने एक साथ सोसायटी के दफ्तर में छापामार कार्रवाई की। जब लश्कर एसडीएम अनिल बनवारिया ने दस्तावेजों की जांच की तो पता लगा कि यह सोसायटी एक बैंक की तरफ काम कर रही है। हाल ही में इस सोसायटी ने 1 लाख 20 हजार रुपए में ई-रिक्शा फायनेंस किया है। इस सोसायटी के द्वारा अभी तक कुल 12 से 15 गाडिय़ां फायनेंस हो चुकी हैं। इस पर तत्काल एसडीएम ने दफ्तर को सील करवा दिया है। जल्द ही एफआईआर कराई जा रही है।

1100 करोड़ का था टर्न ओवर
यूनाइटेड को-ऑपरेटिव सोसायटी लिमिटेड में एक बैंक की तरह बचत खाता, चालू खाता, सावधि जमा (एफडीआर), आवर्ती जमा खाता (आरडी), मासिक पेंशन योजना (एमआईए) दैनिक जमा योजना, भवन ऋण योजना, उपभोक्ता ऋण योजना, आभूषण ऋण योजना, वाहन ऋण योजना आदि योजनाओं का लाभ ग्राहकों को दिया जा रहा था। इस फर्जी बैंक का 1100 करोड़ का टर्न ओवर होने के कागज मिले हैं।

फर्जी बैंक की पांच ब्रांच भी
फर्जी बैंक, यूनाइटेड कॉ-ऑपरेटिव सोसायटी लिमिटेड की 5 ब्रांच भी संचालित की जा रही है। डबरा, पिछोर, भितरवार, ग्वालियर और दिनारा (करैरा) संचालित की जा रही है। ग्वालियर के शहर के अलावा डबरा की ब्रांच भी सील कर दी गई है।