देहरादून । राष्ट्रीय बालिका दिवस (नैशनल गर्ल चाइल्ड डे) के अवसर पर हरिद्वार की सृष्टि गोस्वामी ने एक दिन के लिए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पद की कुर्सी संभालते हुए सत्ता का सफल संचालन किया। देहरादून पहुंच कर बाल विधानसभा में सृष्टि ने एक दिन का मुख्यमंत्री का पदभार ग्रहण किया। सीएम बनने के बाद सभी विधायकों और अधिकारियों ने सृष्टि को शुभकामनाएं दीं। मुख्यमंत्री का कार्यभार संभालने के बाद बाल विधानसभा शुरू हुई जहां पर विभागीय अधिकारियों ने अपनी विभाग की समीक्षा रिपोर्ट पेश की। इसके बाद मुख्यमंत्री सृष्टि गोस्वामी ने नेता प्रतिपक्ष से निवेदन किया कि अगर आपके कोई सवाल है तो वे सरकार के समक्ष रखे ताकि उन पर विचार किया जा सके। कार्यक्रम में बाल सरंक्षण आयोग की अध्यक्ष उषा नेगी और उच्च शिक्षा राज्यमंत्री धन सिंह रावत मौजूद रहे। इस दौरान बाल सरंक्षण आयोग की अध्यक्ष उषा नेगी ने बताया कि राष्ट्रीय बालिका दिवस के उपलक्ष्य में यह आयोजन किया गया है। इस आयोजन का मूल उद्देश्य बालिकाओं को प्रेरित करना है।
उषा नेगी ने बताया कि साथ ही किस तरह से सत्र, शासकीय और प्रशासनिक कार्य होते है और किस तरह से उन कार्यो पर अमली जामा पहनाया जाता है, इन सब की जानकारी बच्चों तक पहुंचाना इस कार्यक्रम का मकसद है। इसीलिए विभागीय स्तर पर बात करके यह कार्यक्रम तय किया गया था। 19 साल की सृष्टि हरिद्वार के दौलतपुर गांव की रहने वाली हैं और रुड़की के बीएसएम पीजी कॉलेज से बीएससी एग्रीकल्चर में 7वें सेमेस्टर की छात्रा हैं। उनके पिता प्रवीण पुरी की गांव में छोटी सी दुकान है और मां सुधा आंगनबाड़ी कार्यकर्ता हैं। सृष्टि गोस्वामी को इससे पहले 2018 में हुई बाल विधानसभा में कानून निर्माता चुना गया था। साल 2019 में वह गर्ल्स इंटरनैशनल लीडरशिप कार्यक्रम में थाइलैंड में भारत की अगुआई कर चुकी हैं। वह दो साल से 'आरंभ' नामक योजना चला रही हैं। इसमें इलाके के गरीब बच्चों खासकर लड़कियों को पढ़ाई के लिए प्रेरित कर रही हैं।
उत्तराखंड के एक दिन की मुख्यमंत्री सृष्टि गोस्वामी ने संभाली कुर्सी, देहरादून में शुरू हुई विधा
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