नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी एकता के लिए तमाम राजनीतिक दल प्रयास कर रहे हैं। आपसी तालमेल को मजबूत और आपसी मथ्भेदों को दूर करने के लिए विपक्ष बैठकें कर रहा है। इसी क्रम में पिछले दिनों बिहार के पटना में बैठक हुई थी।
इस बैठक के बाद अब दूसरी बैठक कर्नाटक के बेंगलुरु में हो रही है। यह 17 और 18 जुलाई को होगी। पटना में हुई बैठक के बाद कहा जा रहा था कि आम आदमी पार्टी इससे अलग हो जाएगी लेकिन अब सूत्रों के अनुसार दूसरी बैठक में दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप संयोजक अरविंद केजरीवाल हिस्सा लेंगे।
इस बैठक में सोनिया गांधी भी लेंगी हिस्सा
पटना में बैठक नीतीश कुमार ने बुलाई थी और इस बार कांग्रेस पार्टी यह बैठक बुला रही है। माना जा रहा है कि इसमें 24 राजनीतिक दलों के नेता शामिल होंगे। माना जा रहा है कि इस बैठक में सोनिया गांधी भी शामिल होंगी। इसके साथ ही इस बार कई ऐसे दल भी शामिल होंगे जो पटना की बैठक का हिस्सा नहीं थे। इसमें मरूमलारची द्रविड़, मुनेत्र कड़गम (एमडीएमके), कोंगु देसा मक्कल काची (केडीएमके) भी शामिल हैं, जोकि 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान भारतीय जनता पार्टी के साथ NDA के गठबंधन में शामिल थे।
कांग्रेस अध्यक्ष ने लिखा है विपक्षी दलों के नेताओं को पत्र
इस बैठक के लिए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने विपक्षी दलों को बुलावा भेजा है। उन्होंने इसके लिए बकायदा एक निमंत्रण नेताओं को भेजा है, जिसमें कहा गया है कि पटना में हुई बैठक बेहद ही सफल रही और इसे हमें कायम रखना है। उन्होंने अपने पत्र में लिखा, "मेरा मानना है कि इन चर्चाओं को जारी रखना और हमने जो गति बनाई है, उसे आगे बढ़ाना महत्वपूर्ण है। हमें उन चुनौतियों का समाधान खोजने के लिए मिलकर काम करने की जरूरत है, जिनका सामना हमारा देश कर रहा है। मैं आप से अनुरोध करता हूं कि 17 और 18 जुलाई को बेंगलुरु की बैठक में भाग लें।"