खरखौदा  : मेरठ के खरखौदा में गैंगरेप और धर्मपरिवर्तन का मामला अभी शांत भी हुआ नहीं कि शुक्रवार को परीक्षितगढ़ में एक युवती से गैंगरेप का मामला सामने आ गया। आरोप है कि दूसरे समुदाय के युवकों ने तीन दिन तक बंधक बनाकर युवती से दुष्कर्म किया और अश्लील क्लिप भी बनाई।

पुलिस ने युवती को बरामद कर एक आरोपी को गिरफ्तार कर शनिवार को जेल भेज दिया। परीक्षितगढ़ की एक युवती तीन दिन पहले खेत गई थी। आरोप है कि दूसरे समुदाय का एक युवक बहला-फुसाकर उसे बाइक से लोहियानगर ले गया। वहां दो युवकों ने उसे बंधक बनाकर दुष्कर्म किया।

आरोपियों ने उसकी क्लिप भी बनाई। शुक्रवार को आरोपियों की चंगुल से छूटकर युवती ने परिजनों को फोन किया, तब पुलिस ने उसे मेरठ शहर से बरामद किया। मामला दो समुदायों से जुड़ा होने के चलते पुलिस ने महिला थाने में युवती के 161 के बयान दर्ज कराकर मेडिकल परीक्षण कराया।
पुलिस ने बताया कि साजिद समेत दो आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। पुलिस ने साजिद को गिरफ्तार कर लिया है। मामले की जांच की जा रही है।

वारदात की जानकारी लगते ही भाजपाइयों ने महिला थाने में हंगामा किया। भाजपा नेताओं का कहना है कि समुदाय विशेष के युवक पीड़िता का धर्म परिवर्तन करा सकते थे। पुलिस ने दोनों आरोपियों पर सख्त कार्रवाई नहीं की तो भाजपा सड़क पर उतरकर आंदोलन करेंगी।

परीक्षितगढ़ पुलिस ने रात में ही लोहियानगर में दबिश देकर दूसरे आरोपी की तलाश में दबिश दी, लेकिन वह हत्थे नहीं चढ़ा। पुलिस के मुताबिक, युवती ने बताया कि साजिद की लोहियानगर में रिश्तेदारी है। वहीं उसे तीन दिन बंधक बनाकर रखा गया।
     
आरोपी दूसरे समुदाय के है। इसकी सूचना पर क्षेत्रीय लोगों में खलबली मच गई। ग्राम प्रधान विनय त्यागी, भाजयुमो जिला महामंत्री अमित मोहन गुप्ता, भाजपा किसान मोर्चा योगेश त्यागी, निर्देश त्यागी नितिन त्यागी, शिवनंदन शर्मा और सैकड़ों ग्रामीणों ने परीक्षितगढ़ थाने पहुंचकर इंस्पेक्टर से मामले की जानकारी ली।
मुरादाबाद के कटघर के एक गांव में दबंगों ने पंद्रह साल की किशोरी के साथ दरिंदगी की इंतहा कर दी। किशोरी की मानसिक कमजोरी का फायदा उठाकर पांच युवकों ने कई माह तक रेप किया। बेटी के छह माह की गर्भवती होने पर घरवालों को जानकारी हुई।

इसके बाद खलबली मच गई। परिवार वालों ने थाने पहुंचकर गुहार लगाई, लेकिन पुलिस ने छेड़छाड़ का मामला बताकर टरका दिया। शुक्रवार को परिजन एसएसपी दफ्तर पहुंचे और प्रार्थना पत्र दिया।

गांव के एक मजदूर की पत्नी का कुछ साल पहले देहांत हो चुका है। घर पर 15 और 10 साल की दो बेटियां हैं। बड़ी मानसिक रूप से कमजोर है। पिता के काम पर जाने के बाद किशोरी शाम तक अपनी छोटी बहन के साथ ही घर पर ही रहती है। इसी बात का फायदा उठाकर गांव के एक युवक ने करीब सात माह पूर्व उसके साथ जबरन बलात्कार किया।किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी दी। जानकारी आरोपी के दोस्तों को हुई तो वह भी किशोरी के घर पहुंचे और धमकी देकर उसके साथ गैंगरेप किया। किशोरी ने बताया कि इसके बाद कभी अपने घर बुलाकर तो कभी खेत में ले जाकर उसके साथ रेप किया जाता रहा।

करीब 12 दिन पहले पेट दर्द होने पर पिता को संदेह हुआ। उन्होंने सैफनी रामपुर में रहने वाली अपनी बहन को बुलाया। बुआ, भतीजी को सैफनी ले गईं और चेकअप कराया। तब पता लगा कि किशोरी छह माह की गर्भवती है।

तब से परिवार में हड़कंप मचा है। किशोरी इन दिनों अपनी बुआ के घर पर है। उसके पिता ने बताया कि कटघर थाने में तहरीर देने पर पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। एसएसपी दफ्तर में भी अधीनस्थों ने प्रार्थनापत्र लेकर रख लिया।किशोरी की हालत देखकर साफ जाहिर था कि वह गर्भवती है। वह बिना सहारे के चल भी नहीं पा रही थी। छह माह का गर्भ है। लेकिन एसएसपी दफ्तर में बैठे मातहतों को किशोरी की हालत नजर नहीं आई।

प्रार्थनापत्र पर पिता ने बलात्कार की बात लिखी, लेकिन दफ्तर की सिपाही ने पीली पर्ची पर मामला छेड़छाड़ का लिखकर थाने के लिए मार्क कर दिया। एसएसपी से भी नहीं मिलवाया गया। भला इस प्रार्थनापत्र पर क्या सुनवाई होगी? सवाल खड़ा हो गया है।

किशोरी के पिता ने रोते हुए बताया कि गांव में इतनी बदनामी हो रही है कि आत्महत्या करने की सोच रहे हैं। अगर कोई कार्रवाई नहीं हुई तो आत्महत्या के सिवा कोई रास्ता नहीं बचेगा। उन्होंने बताया कि बेटी का गर्भपात कराने के लिए कई डाक्टरों को दिखाया, लेकिन सभी ने इंकार कर दिया। कहा कि छह माह के बच्चे का गर्भपात नहीं हो सकता। इससे बेटी की जान को खतरा हो सकता है। इसलिए लौट आए।