जबलपुर। शहर के मध्य से तीन नाबालिग ल़ड़कियां गायब हो गई है. जैसे ही खबर उड़ी हड़वंâप की स्थिति निर्मित हो गई. पुलिस प्रशासन अलर्ट मोड पर आ गया. एसपी ने स्वयं मोर्चा संभाला. जिले की सीमाएं सील कर दी गर्इं. १८ थाने की पुलिस को बच्चियों को ढूंढने में लगाया गया. एएसपी, सीएसपी स्तर के अधिकारी मैदान में उतरे, चीता पेट्रोलिंग गाड़ियां चप्पे चप्पे में दौड़ाई गर्इं. जब तीन लड़कियां सुबह ५ बजे राईट टाऊन स्टेडियम के समीप मिली, तब जाकर पुलिस अधिकारियो ंने राहत की सांस ली. पुलिस ने बताया कि मंगलवार रात करीब ११:३० चौकी पहुंचे परिजनों ने बताया कि शाम करीब ६:३० बजे से तीनों लड़कियां मोहल्ले से गायब हैं। रात ८ बजे तक बच्चियों के घर न लौटने पर उनकी तलाश शुरू की गई, लेकिन उनका कहीं कोई सुराग नहीं मिला। लार्डगंज पुलिस ने लड़कियों के गायब होने की सूचना वरिष्ठ अधिकारियों को दी, जिसके बाद पुलिस हरकत में आ गई। लड़कियों की पहचान के लिए हुलिए और कपड़ों के आधार पर वायरलेस सेट पर कॉल कर जिले की समस्त पुलिस को सक्रिय कर दिया गया। थाना सिहोरा, कुंडम, पनागर, पाटन, शहपुरा, कटंगी, बरेला एवं बरगी पुलिस को तत्काल सूचना दी गई कि बगैर वाहन चेकिंग के कोई भी वाहन जिले की सीमा से बाहर नहीं जाएगा। इधर रेलवे स्टेशन और बस स्टेण्ड में बच्चियों की तलाश में पुलिस का फिक्स प्वाइंट लगा दिया। 
डर के कारण नहीं गईं घर.............
तीनों नाबलिग लड़कियां जिसमें २ सगी बहन हैं और एक उनकी पक्की सहेली है। महिला सब इंस्पेक्टर ने बच्चियों से घर से भागने का कारण पूछा तो १५ साल की लड़की ने बताया कि मम्मी ने बैंक से ३ हजार रुपए निकालने के लिए कहा था, रुपए निकालकर जेब रखे थे, लेकिन रुपए रास्ते में कही गिर गए। मम्मी की डांट के डर से हम दोनों बहनें घर नहीं लौटे। रात में कहीं कोई दिक्कत न हो इसके लिए हमने अपनी सहेली को भी साथ में ले लिया था। काउंसलिंग के बाद बच्चियों को उनके परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया है।