मुंबई । महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने नीलम गोरे को शिवसेना में नेता का खास पद देकर नियुक्त किया है। बता दें ‎कि पार्टी अध्यक्ष के बाद सबसे वरिष्ठ नेता को यह पद दिया जाता है। जब‎कि नीलम गोरे शुक्रवार को ही मुंबई में एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना में शामिल हुई थीं। वे उद्धव ठाकरे गुट की नेता थीं। उनके शिंदे गुट में शमिल होने से उद्धव ठाकरे को तगड़ा झटका लगा है। हालां‎कि शिवसेना में टूट के बाद उद्धव ठाकरे की पार्टी के कई नेता शिंदे गुट का दामन थाम चुके हैं। इन नेताओं की लिस्ट में ताजा नाम नीलम गोरे का है। नीलम विधानपरिषद की उपसभापति हैं। सीएम शिंदे ने उनका पार्टी में स्वागत किया। इस दौरान डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस भी मौजूद रहे। शिंदे खेमे में शामिल होने वाली वह विधान परिषद की तीसरी शिवसेना विधायक हैं। वह ऐसे समय पर पार्टी में शामिल हुई हैं, जब एनसीपी के महाराष्ट्र सरकार में शामिल होने के बाद शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना में बेचैनी की सुगबुगाहट है। 
अपनी प्र‎ति‎क्रिया में नीलम गोरे ने इस अवसर पर कहा, एकनाथ शिंदे के कुशल नेतृत्व में शिव सेना सही दिशा में आगे बढ़ रही है। मैंने महिलाओं के मुद्दों और राज्य और देश के समग्र विकास को ध्यान में रखते हुए शिव सेना में शामिल होने का फैसला किया है। सीएम एकनाथ शिंदे ने गोरे का उनकी पार्टी में शामिल होने को ऐतिहासिक बताया। दूसरी ओर सेना (उद्धव गुट) के सांसद विनायक राउत ने कहा कि जिन लोगों ने उद्धव ठाकरे से एहसान प्राप्त किया, उन्होंने केवल अपने पद हासिल करने के लिए ठाकरे और शिवसेना को धोखा दिया। उद्धव गुट के एक अन्य नेता एमएलसी अनिल परब ने कहा कि लाखों कार्यकर्ता उद्धव ठाकरे के साथ हैं।