मुरैना। मुरैना के देवरी में बुधवार को कांग्रेस ने किसानों की खाट पंचायत बुलायी। पूर्व सीएम और पीसीसी चीफ कमलनाथ, पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी, पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह समेत प्रदेश कांग्रेस के तमाम दिग्गज नेता मौजूद रहे। कमलनाथ ने याद दिलाया कि कांग्रेस ने किसानों के लिए क्या कुछ किया लेकिन मोदी सरकार किसानों को बंधुआ मजदूर बनाने पर आमादा है।
किसानों की खाट महा पंचायत में कमलनाथ ने कहा देश में 40 साल पहले अमेरिका से अनाज आयात होता था। किसानों की बदौलत अब हम विदेशों को अनाज निर्यात करत्ते हैं। कमलनाथ ने भाजपा की केंद्र और राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि इंदिरा गांधी ने अनाज व्यापार का राष्ट्रीयकरण शुरू किया, तब से समर्थन मूल्य शुरू हुआ। आज एमपी के 20 फीसदी किसानों को ही समर्थन मूल्य मिलता है। जबकि पंजाब में 95 फीसदी किसानों को समर्थन मूल्य मिलता है, कमलनाथ ने केंद्र के नए कृषि कानून को लेकर कहा कि केंद्र सरकार इस कानून से व्यापारियों को मंडी का स्टेटस देने की तैयारी कर रही है। जिससे समर्थन मूल्य बन्द हो जाएगा। किसान को बंधुआ बनाने के लिए ये कानून बनाया गया है। हमारी सरकार ने किसानों की कज़ऱ् माफी की शुरूआत की थी लेकिन भाजपा सरकारें किसानों के साथ छलावा कर रही हैं। कमलनाथ ने युवा नौजवान किसान से सच्चाई का साथ देने की अपील की।
नये कृषि कानून का विरोध
किसान महापंचायत में कमलनाथ ने कहा नये कृषि कानून में व्यापारियों को खरीदी की सीमा से मुक्त करने का प्रावधान किसानों के लिए घातक होगा। हमने एमपी में सौदेबाजी की राजनीति नहीं की। हमारी सरकार ने किसानों की कर्ज माफी की शुरूआत की। लेकिन प्रदेश में 15 साल के भाजपा शासन काल में उद्योग बन्द हो गए। मोदी सरकार के काले कृषि कानून को किसानों को समझना होगा। किस तरह मोदी ने  खेती का निजी करण किया। उन्होंने कहा गरीब किसान व्यापार की नहीं गुजारे की खेती करता है। फूड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया कांग्रेस ने बनाया। एमएसपी कांग्रेस लाई, आज इन सबको खत्म कर भाजपा उद्योगपतियों के लिए खेती का निजीकरण कर रही। किसान के पास ना बीज होगा ना खाद सिर्फ बंधुआ मजदूर बनेगा किसान। अब समर्थन मूल भी नहीं होगा किसान के पास, मप्र में गांव-गांव शराब मिलेगी लेकिन राशन नही मिलेगा
माफिया के कारण नहीं आता निवेश
 महापंचायत को संबोधित करते हुए कमलनाथ ने कहा मप्र की पहचान माफिया से है, इसलिए कोई निवेश नहीं लाना चाहता। निवेश नहीं आएगा तो व्यवसाय और रोजगार के अवसर नहीं बढ़ेगे। ऐसे में नौजवानों का भविष्य कैसे सुरक्षित होगा। आज नौजवानों के सामने भविष्य को सुरक्षित रखने की चुनौती है।
कमलनाथ ने की दिल्ली कूच की शुरुआत
खाट पंचायत में दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन के समर्थन में प्रस्ताव पास किया गया। इसमें कहा गया कि प्रदेश के किसान भी नये कृषि कानून के विरोध में उस किसान आंदोलन में शामिल होंगे। पूर्व सीएम कमलनाथ ने ट्रैक्टर चला कर दिल्ली कूच की औपचारिक शुरुआत की।