नई दिल्ली: 10 राज्यों में लोकसभा की तीन और विधानसभा की 33 सीटों पर हुए उपचुनाव के नतीजे बीजेपी के लिए उतने उत्साहजनक नहीं रहे, जितनी उम्मीद की जा रही थी। उपचुनावों के अब तक के नतीजों और रुझानों में बीजेपी को तगड़ा झटका लगा है। यूपी और राजस्थान में बीजेपी की करारी हार हुई है। जबकि पश्चिम बंगाल में उसे खाता खोलने में कामयाबी मिली है। यूपी में 11 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में समाजवादी पार्टी ने 8 सीटें जीती  बल्हा (बरहाईच) हमीरपुर, बिजनौर, ठाकुरद्वारा, निघासन, सिराथू और चरखारी (महोबा) की सीटें समाजवादी पार्टी जीत चुकी है। यूपी में बीजेपी ने तीन सीटों पर जीत हासिल की है। गुजरात में भी कांग्रेस से बीजेपी को जोरदार टक्कर मिली है और वह राज्य में क्लीन स्विप करने में नाकाम रही है। गुजरात के 9 विधानसभा सीट में बीजपी ने 6 सीटें जीती है और कांग्रेस ने 3 सीटों पर कब्जा जमाया है।

उत्तर प्रदेश उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी को भारी झटका देते हुए समाजवादी पार्टी ने 11 विधानसभा सीटों में से आठ पर जीत दर्ज की है। लोकसभा की मैनपुरी सीट पर हुए उपचुनाव में भी सीट पर सपा का कब्जा बरकरार है। सपा ने बिजनौर, ठाकुरद्वारा, निघासन, हमीरपुर, चरखारी, सिराथू, बलहा और रोहनिया सीट पर जीत दर्ज की। भाजपा उम्मीदवार सहारनपुर नगर, लखनउ पूर्व और नोएडा सीट पर जीते हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा या उसके सहयोगी अपना दल ने उक्त सभी सीटें जीती थीं। रोहनिया उपचुनाव में अपना दल को सपा से हार का सामना करना पडा है। मैनपुरी लोकसभा सीट मुलायम ने खाली की थी। लखनऊ पूर्व विधानसभा सीट पर पूर्व सांसद लालजी टंडन के पुत्र भाजपा उम्मीदवार आशुतोष टंडन चुनाव जीते हैं। उन्होंने अपनी निकटतम प्रतिद्वंद्वी सपा की जूही सिंह को पराजित किया है। उपचुनाव में बसपा ने अपने उम्मीदवार नहीं उतारे थे। कांग्रेस और सपा ने सभी 11 सीटों पर प्रत्याशी उतारे थे। भाजपा दस सीटों पर लडी और उसकी सहयोगी अपना दल ने एक सीट पर प्रत्याशी उतारा था। उल्लेखनीय है कि हाल ही में संपन्न लोकसभा चुनाव में भाजपा और सहयोगी अपना दल ने जबर्दस्त प्रदर्शन करते हुए 80 में से 73 लोकसभा सीटों पर जीत दर्ज की थी। सपा केवल पांच और कांग्रेस दो सीटें जीत पायी थी।

साथ ही राजस्थान में बीजेपी को तगड़ा झटका लगा है। राजस्थान में चार विधान सभा सीटों के लिए 13 सितम्बर को हुए उपचुनाव के प्राप्त नतीजों के अनुसार कांग्रेस और भाजपा को एक सीट सीट मिली है। शेष दो सीटों नसीराबाद और सूरजगढ पर कांग्रेस उम्म्मीदवारों ने निर्णायक बढत हासिल कर ली है। भरतपुर जिले की वैर विधान सभा सीट से कांग्रेस के भजन लाल ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी भाजपा के गंगा राम कोली को 25,108 मतों से पराजित किया है। भजन लाल को 77,305 मत और गंगा राम कोली को 52,197 मत मिले है। कोटा दक्षिण विधान सभा सीट से भाजपा के संदीप शर्मा चुनाव जीत गये है। संदीप शर्मा ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी कांग्रेस के शिवकांत नंदवाना को 25,545 मतों से पराजित किया है। संदीप शर्मा को 79,878 मत और कांग्रेस के शिवकांत नंदवाना को 55,333 मत मिले है।

त्रिपुरा की मानु (अजजा) विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में माकपा प्रत्याशी प्रभात चौधरी ने अपने निकटतम प्रतिद्वन्द्वी कांग्रेस के माइलाफ्रू मोग को 15,971 मतों से हराया। माकपा प्रत्याशी चौधरी को 21,759 मत और कांग्रेस प्रत्याशी को 5,788 मत मिले। यह सीट, पूर्व उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री जितेन्द्र चौधरी के लोकसभा के लिए निर्वाचित होने के बाद रिक्त हुई थी।

3 लोकसभा सीट पर उपचुनाव के नतीजे

वडोदरा, मैनपुरी और मेडक इन तीन जगहों पर लोकसभा के उप चुनाव हुए। वडोदरा सीट पर बीजेपी, मैनपुरी सीट पर समाजवादी पार्टी और मेडक लोकसभी सीट पर टीआरएस ने जीत हासिल कर ली। भाजपा ने गुजरात में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा खाली की गई वड़ोदरा लोकसभा सीट पर आज 3.29 लाख से अधिक मतों से जीत दर्ज करते हुए कब्जा बनाए रखा। भाजपा प्रत्याशी रंजनाबेन भट ने कांग्रेस के उम्मीदवार नरेंद्र रावत को 3,29,507 मतों के अंतर से हरा कर वड़ोदरा लोकसभा सीट जीत ली। सिंह के अनुसार, चुनाव में डाले गए कुल 7,32,339 मतों में से भट को 5,26,763 मत मिले जबकि रावत ने 1,97,256 मत हासिल किए। इस साल हुए आम चुनाव में मोदी ने वड़ोदरा लोकसभा सीट 5,70,128 मतों के रिकॉर्ड अंतर से जीती थी और कांग्रेस महासचिव तथा पार्टी के प्रत्याशी मधुसूदन मिस्त्री को हराया था।

उत्तर प्रदेश की मैनपुरी लोकसभा सीट सत्ताधारी समाजवादी पार्टी (सपा) बरकार रखने में कामयाब रही है। सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने आजमगढ़ और मैनपुरी से लोकसभा चुनाव लड़ा था और दोनों सीटों से जीतने में वह कामयाब रहे थे। हालांकि, उन्होने बाद में मैनपुरी से इस्तीफा दे दिया था। मैनपुरी संसदीय सीट पर सपा के उम्मीदवार तेज प्रताप यादव ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी भाजपा उम्मीदवार प्रेम सिंह शाक्य को 3 लाख मतों से हराया।

मेडक लोकसभा सीट पर टीआरएस ने कब्जा जमाया। टीआरएस के उम्मीदवार के. प्रभाकर रेड्डी ने तेलंगाना में मेडक लोकसभा सीट 3,61,277 वोट के अंतर से जीत ली। तेलंगाना में सत्तारूढ़ टीआरएस ने मेडक लोकसभा सीट पर अपना कब्जा बरकरार रखा और पार्टी उम्मीदवार के प्रभाकर रेड्डी ने इस सीट के लिए हुए उपचुनाव में 3,61, 277 मतों से जबर्दस्त जीत दर्ज की। के प्रभाकर रेड्डी को 5,71,800 मत मिले जबकि कांग्रेस की वी सुनीता लक्ष्मा रेड्डी को 2,10,523 मत प्राप्त हुए। भाजपा के टी जयप्रकाश रेड्डी को 1,86,334 मत मिले। यह सीट के चंद्रशेखर राव ने खाली की थी जो बाद में राज्य के मुख्यमंत्री बने। राव ने मई में हुए चुनाव में 3.97 लाख मतों से जीत दर्ज की थी।