नई दिल्ली । ऑफ स्पिनर वाशिंगटन सुंदर ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ब्रिसबेन के मैदान में टेस्ट डेब्यू किया। स्टीव स्मिथ को आउट करने वाले तमिलनाडु के इस स्पिनर ने कहा कि वह टीम की जरूरत के अनुसार एक पारी में 50 ओवर करने के लिए तैयार हैं। बता दें कि रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा के चोटिल होने के चलते अचानक डेब्यू करने वाले सुंदर ने इससे पहले फर्स्ट क्लास क्रिकेट में केवल 285 ओवर किए थे। 
भारत के टी20 विशेषज्ञ सुंदर को सीमित ओवरों की सीरीज समाप्त होने के बाद नेट गेंदबाजों के रूप में टीम में बने रहने के लिए कहा गया था। 
सुंदर ने पहले दिन का खेल समाप्त होने के बाद कहा मैं शुरू से मानता रहा हूं कि मैं लाल गेंद से भी मैं अच्छी गेंदबाजी कर सकता हूं। मैंने फर्स्ट क्लास क्रिकेट और चेन्नई में प्रथम डिवीजन लीग में काफी ओवर किए हैं। मैं पिछले दो महीनों से इस मौके का इंतजार कर रहा था। इस बीच मैंने यहां काफी ओवर किए और अपने कौशल को निखारा। सुंदर ने 2017 से कोई फर्स्ट क्लास मैच नहीं खेला है लेकिन उन्हें लगता है कि उनमें लंबे स्पैल करने के लिए दमखम है।
उन्होंने कहा किसी भी गेंदबाज की तरह मुझे भी अधिक से अधिक ओवर करना पसंद है। अधिक ओवर करने का अलग आनंद है। आप मुझसे 20, 30, 40 या 50 ओवर करवा सकते हो। हमने स्टीव स्मिथ और मार्नस लाबुशेन के लिए रणनीति बनायी थी और मुझे खुशी है कि हम उसमें सफल रहे। पहला विकेट लेने पर वास्तव में खुशी मिली। सुंदर ने अपने पहले दो ओवरों तक स्मिथ को बांधे रखा और अपनी 13वीं गेंद पर उन्हें शार्ट मिडविकेट पर कैच कराया। सुंदर से पूछा गया कि क्या अश्विन बनाम स्मिथ की प्रतिद्वंद्विता से वह प्रेरित थे, उन्होंने कहा हमने स्मिथ के लिए रणनीति बनायी थी और यह पूरी तरह से अलग तरह का मैच है। पिछला मैच भिन्न था, परिस्थितियां अलग थी और मैंने लगातार अच्छी गेंदें की। मुझे विकेट मिला और यह शानदार था। 
भारत की तरफ से अंडर-19 विश्व कप में खेल चुके सुंदर ने कहा कि विकेट बल्लेबाजी के लिए अच्छा है और ऐसे में ऑस्ट्रेलिया को पहले दिन पांच विकेट पर 274 रन पर रोकना अच्छा प्रयास है। उन्होंने कहा कि लंच तक विकेट में थोड़ा उछाल थी। विकेट अच्छा है और गेंदबाजों ने ऑस्ट्रेलिया को रोककर अच्छी भूमिका निभाई। सुंदर ने कहा कि 2018 में आयरलैंड के खिलाफ सीमित ओवरों की सीरीज से पहले टखने की चोट से वह मानसिक तौर पर मजबूत बने। उन्होंने कहा मुझे वास्तव में खुशी है कि मैं उस दौर से गुजरा। इससे मैं मानसिक और शारीरिक दोनों में मजबूत बना। उनका मानना है कि इस दौरे में टेस्ट मैचों में पदार्पण करने वाले युवा खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन करने के लिए स्वप्रेरित हैं। उन्होंने कहा सभी ने फर्स्ट क्लास स्तर पर अच्छा प्रदर्शन किया है। अनुभव से भी अधिक ये खिलाड़ी उत्साहित हैं। नट्टू (टी नटराजन) ने बहुत अच्छी गेंदबाजी की।