राजस्थान में इस साल के अंत तक होने वाले विधानसभा को देखते हुए सीएम अशोक गहलोत ने सचिन पायलट की तीनों मांगें तो मानने से सार्वजनिक रूप से इनकार कर दिया है, लेकिन पायलट को पार्टी में जिम्मेदारी और कोई पद देने पर एतराज नहीं किया है। सीएम गहलोत भी जानते हैं कि अबकी बार कांग्रेस सरकार रिपीट होने के चांस बन रहे हैं, क्योंकि बीजेपी में भी खींचतान बनी हुई है।
सचिन पायलट को चुनाव से पहले मिल सकती है बड़ी ज़िम्मेदारी......
आपके विचार
पाठको की राय