भोपाल  ।  नई-नई योजनाएं आपके (उद्यामियों) लिए लेकर आ रहे है। यह मत सोचिए कि तीन-चार महीने में चुनाव आ रहे हैं। चिंता मत करना, चुनाव के बाद भी हम ही आ रहे है। यह मैं आत्मविश्वास से बोल रहा हूं। यह बात सोमवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राज्य स्तरीय एमएसएमई समिट में उद्यमियों को संबोधित करते हुए कही। मुख्यमंत्री ने होटल आमेर ग्रीन भोपाल में समिट का शुभारंभ किया। समिट में अनेक उद्योग परिसंघ के पदाधिकारी, बड़े औद्योगिक घराने, नव उद्यमी, केंद्र और राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में 21वीं सदी के आत्म-निर्भर भारत बनाने के यज्ञ में सूक्ष्म, लघु और मध्यम श्रेणी के उद्यमियों की भी भूमिका महत्वपूर्ण है। स्थानीय परिवेश-स्थानीय संसाधनों पर कार्य करने वाली इकाइयों की सहायता और विकास के लिए राज्य सरकार हरसंभव सहयोग प्रदान करेगी।


इसी उद्देश्य से आज हो रही समिट का ध्येय वाक्य "आर्थिक विकास के शुभ संयोग-मध्य प्रदेश के सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग" रखा गया है। प्रदेश में एमएसएमई की भूमिका पर लघु फिल्म का प्रदर्शन हुआ। मुख्यमंत्री ने सफल उद्यमियों को एमएसएमई अवार्ड प्रदान किए और राज्य सरकार एवं देश की प्रतिष्ठित कंपनी और संस्थानों के बीच एमओयू का आदान-प्रदान भी हुआ। प्रदेश के सभी जिले कार्यक्रम से वर्चुअली जुड़े। समिट में संयुक्त राष्ट्र औद्योगिक विकास संगठन के भारत प्रतिनिधि रेने वान बर्कल, फिक्की फ्लो की राष्ट्रीय अध्यक्ष सुधा शिवकुमार, कोप्पल टाय क्लस्टर के सीईओ किशोर राव, राष्ट्रीय अनुसंधान विकास निगम के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक कमोडोर अमित रस्तोगी (सेवानिवृत्त), भारतीय लोक प्रशासन संस्थान के महानिदेशक सुरेन्द्र नाथ त्रिपाठी और लघु उद्योग भारती के अध्यक्ष महेश गुप्ता उपस्थित थे। इन्वेस्ट इंडिया, एसोचेम इंडिया, सीआइआइ, फिक्की, पीएचडी चेंबर आफ कामर्स एंड इंडस्ट्री और डिक्की के प्रतिनिधि समिट में शामिल हुए।

नीतियों में सुधार के बिंदुओं को सरकार से साझा करें उद्यमी

मुख्यमंत्री ने उद्यमियों से कहा कि हम मिल-जुल कर कैसे आगे बढ़ सकते हैं, इस पर विचार-विमर्श के लिए यह समिट की गई है। सरकारी नीतियों में जहां सुधार की आवश्यकता हो, उन बिंदुओं को सरकार के साथ साझा करें। जो भी बेहतर होगा, उसे क्रियान्वित किया जाएगा। मुख्यमंत्री सीखो कमाओ योजना भी लागू की जा रही है, उद्यमी इस योजना से जुड़ें, युवाओं को जोड़ें, उन्हें दक्ष बनाएं और योजना का लाभ उठाएं।

प्रदेश में बना उद्यमशीलता का वातावरण : मंत्री सखलेचा

एमएसएमई मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा ने कहा कि सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों को सबसे अधिक आवश्यकता तकनीकी अपग्रेडेशन की है। मुख्यमंत्री के सहयोग, मार्गदर्शन और उदारता से प्रदेश में उद्यमशीलता का वातावरण बना है। राज्य सरकार औद्योगिक क्लस्टर्स के साथ डिस्प्ले सेंटर और आनलाइन कनेक्टिविटी को प्रोत्साहित कर रही है। प्रदेश में उत्पादित सामग्री की बेहतर मार्केटिंग के लिए भी बेहतर प्रयास हो रहे हैं।

वर्ष 2018-19, 2019-20 और 2020-21 के लिए दिए गए एमएसएमई अवार्ड

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने समिट में वर्ष 2018-19, 2019-20 और 2020-21 के लिए एमएसएमई अवार्ड प्रदान किए। प्रभावी कार्य संस्कृति और बेस्ट प्रेक्टिसेस अपनाने के लिए वर्ष 2018-19 का प्रथम पुरस्कार आइटीएल इंडस्ट्रीज लिमिटेड इंदौर को, द्वितीय पुरस्कार शास्त्री सर्जिकल इंडस्ट्रीज रायसेन और तृतीय पुरस्कार शक्ति एम्पोरियम झाबुआ को प्रदान किया गया।

महिला उद्यमियों में मंत्रा कम्पोजिट इंदौर की ममता महाजन को पुरस्कृत किया गया। वर्ष 2019-20 के लिए नंदिनी मेडिकल लेबोरेट्रीज इंदौर को प्रथम, न्यू लाइफ लेबोरेट्रीज मंडीदीप रायसेन को द्वितीय और सेफफ्लेक्स इंटरनेशनल धार को तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया। वर्ष 2020-21 के लिए माडर्न लेबोरेट्रीज इंदौर को प्रथम, डीइसीजी इंटरनेशनल मंडीदीप रायसेन को द्वितीय और हेल्थीको क्वालिटी प्रोडक्ट्स धार को तृतीय पुरस्कार प्राप्त हुआ। वर्ष 2020-21 में महिला उद्यमियों की श्रेणी में साईं मशीन टूल्स इंदौर की शिखा विशाल जायसवाल और निहारिका अजय जायसवाल तथा अर्थव पैकेजिंग इंदौर की ममता शर्मा को पुरस्कृत किया गया। सचिव एमएसएमई पी. नरहरि ने अतिथियों का स्वागत किया तथा समिट और विभागीय कार्यक्रमों एवं योजनाओं की जानकारी दी। समिट में छह सत्र हुए। रिसिवेबल्स एक्सचेंज आफ इंडिया लिमिटेड (आरएक्सआइएल), वालमार्ट, इंवाइस मार्ट, एनएसई इंडिया और आइसेक्ट और राज्य सरकार के बीच एमओयू भी हुए।

इनका कहना है

कंपनी एमएसएमई सेक्टर को फाइनेंस उपलब्ध करने के लिए पांच सालों से मुंबई से एक नेटवर्क चलाती है। इसके पास कुल 60 फिनांसर हैं। एमएसएमई यूनिट्स को सप्लाई के बाद 45 दिन तक का क्रेडिट देना पड़ता है। इस पीरियड के लिए कंपनी बैंक्स के साथ क्रेडिट उपलब्ध कराती है। अब एमपी सरकार के साथ मिलकर काम करेंगे।

कैलाश वरोडिया, सीओओ, आरएसआइएल।