20 जनवरी को बाइडेन के शपथ ग्रहण के दौरान हिंसा का खतरा, सभी 50 राज्य सरकारें सतर्क
प्रेसिडेंट इलेक्ट जो बाइडेन 20 जनवरी को राष्ट्रपति पद की शपथ ग्रहण करेंगे। इस शपथ ग्रहण समारोह (इनॉगरेशन डे) पर हिंसा का खतरा मंडरा रहा है। फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (FBI) के मुताबिक, ट्रम्प समर्थक वॉशिंगटन डीसी और सभी 50 राज्यों में हिंसा फैला सकते हैं। लिहाजा, राष्ट्रीय राजधानी यानी वॉशिंगटन डीसी और राज्यों की राजधानियों को अलर्ट पर रहने को कहा गया है। मिलिट्री के नेशनल गार्ड्स और स्पेशल सिक्योरिटी एजेंसी के दस्ते तैनात कर दिए गए हैं।
वॉशिंगटन डीसी में नेशनल गार्ड्स तैनात
अमेरिकी राजधानी में गुरुवार को ही मिलिट्री की स्पेशल यूनिट नेशनल गार्ड्स को तैनात कर दिया गया था। इस दिन डोनाल्ड ट्रम्प के समर्थकों ने संसद के अंदर और बाहर हिंसा की थी। एक पुलिस अफसर और एक महिला समेत कुल पांच लोगों की मौत हो गई थी। इसलिए, सुरक्षा एजेंसियां 20 जनवरी को होने वाले शपथ ग्रहण से पहले कोई रिस्क नहीं लेना चाहतीं। आमतौर पर इनॉगरेशन डे पर लाखों लोग जुटते हैं। लेकिन, इस बार कोविड-19 के चलते यह संख्या बेहद कम रहेगी।
FBI का अलर्ट
जॉर्जिया में दंगाइयों से निपटने में सक्षम विशेष दस्ते को तैनात किया गया है। इनके पास स्पेशल टेक्टिकल रायफल्स हैं। ABC न्यूज की एक रिपोर्ट के मुताबिक, कुछ दिन पहले FBI को हिंसा के बारे में खुफिया जानकारी मिली थी। इसके बाद उसने फेडरल कैपिटल यानी वॉशिंगटन डीसी के अलावा राज्य सरकारों को सतर्क रहने का सर्कुलर जारी किया। जांच एजेंसिया वॉशिंगटन डीसी के कुछ हिस्सों को 17 से 20 जनवरी तक सील करने की भी तैयारी कर रही हैं। इन हिस्सों में हिंसा की आशंका ज्यादा है।
ट्रम्प के समर्थक गुस्से में
रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रम्प को कार्यकाल के आखिरी दौर में महाभियोग से हटाने के प्रस्ताव से उनके समर्थक ज्यादा गुस्से में हैं। 8 जनवरी को FBI को जानकारी मिली कि ट्रम्प समर्थकों का एक ग्रुप हिंसा फैला सकता है। रिपोर्ट में कहा गया है कि प्रेसिडेंट इलेक्ट बाइडेन की सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है। वाइस प्रेसिडेंट इलेक्ट कमला हैरिस और हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स की स्पीकर नैंसी पेलोसी को भी खतरे की जद में बताया गया है। FBI कुछ संदिग्ध लोगों पर नजर रख रही है। 20 जनवरी से पहले इनमें से कुछ को गिरफ्तार भी किया जा सकता है।