नई दिल्ली। भारतीय नौसेना ने बड़ी उपलब्धि हासिल की। स्वदेशी रूप से विकसित हेवी वेट टॉरपीडो ने पानी के भीतर छिपे टारगेट को सफलतापूर्वक निशाना बनाया। भारतीय नौसेना का कहना है कि यह भारतीय नौसेना और डीआरडीओ की अंडरवाटर डोमेन में लक्ष्य पर आयुध की सटीक डिलीवरी के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। नौसेना की यह उपलब्धित कई मायनों में खास है। इससे समुद्र के अंदर से देशविरोधी गतिविधियों पर अंकुश लगेगा। नौसेना द्वारा साझा की गई आठ सेकंड की एक क्लिप में दिखाया गया है कि समुद्र की सतह पर तैरती हुई एक लंबी बहुरंगी वस्तु दिखाई दे रही है। टारपीडो के टकराते ही वस्तु में अचानक विस्फोट हो गया।
मंगलवार की बड़ी परीक्षा एक और बड़े परीक्षण के सफलतापूर्वक किए जाने के कुछ दिनों बाद आई है। इससे पहले, नौसेना ने एमएच-60 रोमियो मल्टी-रोल हेलीकॉप्टर को भारत के स्वदेशी रूप से डिजाइन और विकसित विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत के डेक पर उतारा था।
एमएच-60 संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा विकसित सभी मौसम में चलने वाला हेलीकॉप्टर है। इसमें अत्याधुनिक एवियोनिक्स और सेंसर हैं। भारतीय युद्धपोतों के साथ इसका एकीकरण पानी के नीचे के खतरों का मुकाबला करने के लिए नौसेना की क्षमता को और मजबूत करेगा।
अब पानी के अंदर छिपे दुश्मन भी नहीं बच पाएंगे
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