CM की मीटिंग:शिवराज बोले- पब्लिक से बेहतर फीडबैक नहीं मिलता, उनके लीडर मंत्री हैं, इसलिए मंत्रियों की लीडरशिप में काम करें अफसर
 

नए साल में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मंत्रियों व सीनियर अफसरों के साथ बैठक की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने शासन की वर्ष 2021 की डिजिटल डायरी और डिजिटल कैलेंडर का विमोचन किया।
कहा - अफसर को डांट दूं, तो जनता ताली बजाती है, क्योंकि उनके प्रति अविश्वास है
निर्देश - पब्लिक के बीच विश्वास बनाएं, उनकी बात सुनें और समस्याएं दूर करें

मंत्रालय में मंत्रियों और अफसरों की वर्चुअल बैठक साढ़े चार बजे शुरू हो गई है। इस दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि सरकार को पब्लिक से बेहतर फीडबैक कोई नहीं देता। उनके लीडर मंत्री हैं। अफसरों को उनकी लीडरशिप में काम करना है। उन्होंने कहा- यह दुर्भाग्य है कि किसी अफसर को डांट देता हूं, तो जनता ताली बजाती है। ऐसा लगता है कि अफसरों के प्रति कहीं अविश्वास सा है। ये नहीं होना चाहिए। आप जनता के बीच विश्वास बनाएं, उनकी बात सुनें और समस्याएं दूर करें।

ये निर्देश मुख्यमंत्री ने नए साल में मंत्रियों और सीनियर अफसरों को दिए। मुख्यमंत्री चार दिन की धार्मिक यात्रा से आज दोपहर ही भोपाल लोटे। वे सीधे मंत्रालय पहुंचे। वर्चुअल बैठक में मंत्रियों, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस के अलावा सभी अपर मुख्य सचिव, प्रमुखा सचिव और सभी विभागों के प्रमुख शामिल हैं।

मुख्यमंत्री ने मंत्रियों से कहा कि अपने विभाग की लंबित परियोजनाओं की मॉनिटरिंग बढ़ाइए। ऐसी योजनाएं जो उपयोगी नहीं है, उनकी सूची बनाएं। सरकारी सेवाओं के लिए विभाग सिंगल विंडो के लिए काम करे और श्रम सुधारों को प्रभावी रूप से लागू करें। अफसर आउट ऑफ बॉक्स जाकर सोचें। सरकारी रोजगार के साथ अन्य विकल्पों पर विचार करें।

इससे पहले मुख्यमंत्री ने शासन की वर्ष 2021 की डिजिटल डायरी और डिजिटल कैलेंडर का विमोचन किया। बैठक में उपस्थित मंत्रियों अधिकारियों को नव वर्ष की शुभकामना दी

कोरोना काल में 82 हजार करोड़ खर्च किए: शिवराज

मुख्यमंत्री ने बीते साल को लेकर कहा कि वर्ष 2020 में कोरोना का संकट था। उन्होंने कहा, इस दौरान सरकार ने 82 हजार करोड़ रुपए खर्च किए। सीएम ने कोरोना में किए गए अफसरों के कार्य की तारीफ की। कुछ समय जरूर ऐसा लग था कि कैसे निपटेंगे ऐसे संकट से? लेकिन सभी के प्रयासों से हम संकट को कम रखने में कामयाब रहे।

अख्तर व अफजल को श्रद्धांजलि

बैठक शुरू करने से पहले कोरोना से जंग हारने वाले आईएएस अफसर मसूद अख्तर और सीनियर आईपीएस मोहम्मद अफजल को श्रद्धांजलि दी गई। अख्तर का निधन 1 जनवरी को हुआ है। वे सीधी और छतरपुर के कलेक्टर रहे। इसी तरह, एडीजी रैंक के अफसर मोहम्मद अफजल का निधन पिछले माह उत्तर प्रदेश में हुआ। मंत्रियों और अफसरों ने 1 मिनट का मौन रखकर दोनों अफसरों को श्रद्धांजलि दी।