लखनऊ। प्रदेश में 12 सीटों के लिए शनिवार को हुए मतदान के रुझान को लेकर तीनों प्रमुख दल सपा, भाजपा और कांग्रेस अपना-अपना पलड़ा भारी रहने का दावा कर रही हैं। सपा और भाजपा सभी सीटों पर जीत का दम भर रही हैं तो कांग्रेस को अपना वोट प्रतिशत बढ़ने का भरोसा है।
आरएसएस के हथकंडे फेल
सपा प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने मैनपुरी संसदीय क्षेत्र और 11 विधानसभा सीटों पर समाजवादी परचम फहराने का दावा करते हुए कहा कि माहौल बिगाड़ने को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भाजपा के तमाम हथकंडे फेल साबित हुए। जनता ने सपा के पक्ष में अपनी राय जाहिर कर दी है। वोटरों के सामने राज्य सरकार की तमाम उपलब्धियां थी, जबकि केंद्र सरकार के कामकाज से लोगों में निराशा है। भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष से लेकर अन्य नेताओं ने समाज में अलगाव पैदा करने को जहरीले भाषण दिए लेकिन जनता ने उनके हथकंडे विफल कर दिए।
सपा की दबंगई के वाबजूद सभी सीटें जीतेंगे
प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने कहा कि उपचुनाव में सत्ताधारी दल की दबंगई चलने के बावजूद सभी सीटों के साथ मैनपुरी संसदीय सीट पर भाजपा की जीत सुनिश्चित है। मैनपुरी से परिवारवाद और जातिवादी सियासत का खात्मा शुरू होगा। उपचुनाव सपा के लिए वाटरलू साबित होंगे। कई स्थानों से गड़बडी की सूचना प्राप्त हुई। मैनपुरी में बड़ी तादात में अनियमितता हुई। इसके अतिरिक्त निघासन, सहारनपुर, हमीरपुर, बलहा, सिराथू व ठाकुरद्वारा में भी गड़बड़ी की सूचनाएं मिली हैं। भाजपा की ओर से दो दर्जन से ज्यादा शिकायतें निर्वाचन आयोग में दर्ज करा दी गई हैं।
दो या तीन सीटें जीतने की स्थिति
मैनपुरी लोकसभा क्षेत्र को छोड़कर सभी विधानसभा सीटों पर कांग्रेस ने उपस्थिति मजबूती से दर्ज कराई है। यह दावा करते हुए प्रदेश प्रवक्ता द्विजेंद्र त्रिपाठी ने कहा कि भाजपा व सपा ने साम्प्रदायिक माहौल बिगाड़ने की हर संभव कोशिश की है। इसके बावजूद कांग्रेस अपना वोट फीसद बढ़ाने में सफल रहेगी। दो या तीन सीटों पर कांग्रेस जीतने की स्थिति में भी है। सपा व भाजपा भीतरखाने में मिले हुए हैं, वोटों का धुव्रीकरण करने के लिए भाजपा ने योगी आदित्यनाथ जैसे चेहरे आगे किए तो सपा की ओर से वातावरण बिगाड़ने को हर हथकंडा आजमाया गया। उपचुनाव के नतीजे उप्र की सियासत को नई दिशा देंगे।