
मध्य प्रदेश के सतना जिले में उस समय कोहराम मच गया जब दलित बस्ती में कार्यक्रम कर रहे ईसाई मिशनरी के लोगों पर बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने हमला बोल दिया. मिशनरी के लोगों के साथ जमकर मारपीट की गई. बाद में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने मिशनरी के 42 सदस्यों को को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया.
बजरंग दल के सदस्यों का आरोप है कि मिशनरी के सदस्य जबरन लालच और भय दिखाकर धर्म परिवर्तन करा रहे थे इसलिए उन्हें पकड़कर पुलिस के हवाले किया गया है. इतना ही नही सिविल लाइन थाने के सामने पुलिस की मौजूदगी में ईसाई मिशनरी की एक कार में आग लगा दी गई. रहे थे. इस मामले में पुलिस और प्रशासन जांच में जुटे है.
इस मामले को लेकर गुरुवार को आधी रात के बाद तक सिविल लाइन थाने में हंगामा होता रहा. कार में आग लगने के बाद हालत बिगड़ने की आशंका थी, लेकिन किसी तरह पुलिस ने विवाद को बढ़ने से रोका.
हालांकि, इस पूरे मामले में पुलिस और प्रशासन बैकफुट पर नजर आ रहा है. प्रशासन ने कार को जलाए जाने की बात को सिरे से खारिज कर दिया. प्रशासनिक अफसरों का दावा है कि कार में आग कैसे लगी इस बात की जांच की जा रही है.
सतना एसडीएम बलबीर रमन ने बताया कि 42 लोगों के खिलाफ धर्मांतरण की शिकायत मिली है. अभी किसी को इस मामले में हिरासत में नहीं लिया गया है. सभी लोगों से पूछताछ की जा रही है. जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.