मुंबई
रिलायंस जियो ने भले ही अपने फ्री ऑफर से भारत के मोबाइल सर्विसेज मार्केट को हिला दिया हो, लेकिन इसके चलते जियो को चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में उसे 271 करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ा है। जियो की पैरंट कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड को रिफाइनिंग और पेट्रोकेमिकल्स जैसे बिजनस से बड़ी कमाई है। इसके चलते टेलिकॉम कंपनी के घाटे की एक तरह से भरपाई हो रही है। देश के सबसे रईस शख्स मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाली कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज के मुनाफे में जुलाई-सितंबर तिमाही में 12.5 पर्सेंट का इजाफा हुआ है। कंपनी को कुल 8,109 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ है।


जियो को 1,443 करोड़ रुपये का ऑपरेटिंग प्रॉफिट हुआ है और कुल 6,147 करोड़ रुपये का राजस्व हुआ है। जियो ने पिछले साल सितंबर में अपने ऑपरेशंस की शुरुआत की थी, लेकिन यह पहला मौका है जब कंपनी ने अपनी तिमाही आय की जानकारी दी है। जियो ने अपनी लॉन्चिंग के बाद शुरुआती 7 महीनों तक मुफ्त सर्विसेज ऑफर की थीं। इस साल अप्रैल से कंपनी ने कस्टमर्स से चार्ज वसूलना शुरू किया था।

रिलायंस इंडस्ट्रीज के स्वामित्व वाली कंपनी का कुल खर्च 6,563 करोड़ रुपये रहा है। वहीं, इंट्रेस्ट और टैक्स चुकाने से पहले की आय 260 करोड़ रुपये रही है। कंपनी की कंसॉलिडेटेड टोटल इनकम 15.89 फीसदी (साल दर साल) बढ़कर 97,402 करोड़ रुपये हो गई है, जो पिछले साल इसी अवधि में 84,044 करोड़ रुपये थी। कंपनी के पास 13 करोड़ 86 लाख ग्राहकों का बेस है। इस तिमाही में 1 करोड़ 53 लाख ग्राहक जियो से जुड़े।

मुकेश अंबानी ने क्या कहा?
नतीजों पर रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन और मैनजिंग डायरेक्टर मुकेश अंबानी ने प्रसन्नता जाहिर की है। उन्होंने कहा, 'हमारी कंपनी ने एक और तिमाही में शानदार प्रदर्शन किया है। मुझे यह जानकारी देने में खुशी हो रही है कि इसमें रिलायंस जियो का वित्तीय प्रदर्शन भी शामिल है जिसका कॉमर्शियल ऑपरेशंस की अपनी पहली तिमाही में EBIT कंट्रीब्यूशन सकारात्मक रहा है।'