भोपाल । वन बल प्रमुख, मुख्य वन्यप्राणी अभिरक्षक सहित मध्य प्रदेश में वर्तमान में 12 प्रधान मुख्य वनसंरक्षक (पीसीसीएफ) कार्यरत हैं। इनमें से सात इसी साल सेवानिवृत्त हो रहे हैं। जबकि वन विकास निगम के प्रबंध संचालक अभय पाटिल जनवरी, 2024 में सेवानिवृत्त होंगे। खाली होने वाले इन पदों को लेकर अपर प्रधान मुख्य वनसंरक्षक (एपीसीसीएफ) स्तर के अधिकारियों को पदोन्नत कर पीसीसीएफ बनाने का प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है। अभी पीसीसीएफ के तीन पदों के लिए विभागीय पदोन्नति समिति (डीपीसी) की बैठक कराई गई है। वहीं वर्ष 2024 में 25 वन अधिकारी सेवानिवृत्त होंगे।
वानिकी शाखा में पदस्थ पीसीसीएफ अतुल कुमार जैन 31 मई, अमिताभ अग्निहोत्री जून, अजीत श्रीवास्तव और सुनील अग्रवाल अगस्त, प्रदेश के मुख्य वन्यप्राणी अभिरक्षक जेएस चौहान सितंबर, वन बल प्रमुख आरके गुप्ता और राज्य लघु वनोपज के प्रबंध संचालक पुष्कर सिंह दिसंबर में सेवानिवृत्त हो रहे हैं। हाल ही में हुई विभागीय पदोन्नति समिति की बैठक में कैंपा शाखा में पदस्थ एपीसीसीएफ महेन्द्र सिंह धाकड़, लघु वनोपज संघ के औषधि प्रसंस्करण केंद्र बरखेड़ा पठानी में पदस्थ डाक्टर दिलीप कुमार और समन्वय शाखा की जिम्मेदारी संभाल रहे एचयू खान की पदोन्नति पर सहमति बन चुकी है। केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर गए 1988 बैच के आइएफएस कमलेश चतुर्वेदी, विजय कुमार अंबाड़े और ओपी चौधरी को प्रोफार्मा पदोन्नति दी जाएगी।
अस्थायी चार पद होंगे समाप्त
राज्य शासन ने प्रशासन एक शाखा में पदस्थ आरके यादव, चितरंजन त्यागी, सीके पाटिल और पीके सिंह को पदोन्नति देने के लिए जनवरी, 2022 में केंद्र सरकार से चार अस्थायी पद मांगे थे। यह पद इस शर्त के साथ दिए गए थे कि अधिकारी की सेवानिवृत्ति के साथ पद भी समाप्त हो जाएगा। यह पद 31 मई को अतुल जैन की सेवानिवृत्ति के साथ ही समाप्त हो जाएंगे।