बीजिंगः भारत के साथ डोकलाम विवाद के समाधान के बाद चीन की आधिकारिक मीडिया के सुर भी बदल गए हैं। अब तक हमेशा सरकार के सुर में सुर मिलाने वाली चीनी मीडिया अब सरकार के विरोध में खड़ी हो गई है। बुधवार को कहा कि चीन को अपने पड़ोसियों के हितों का सम्मान करना चाहिए। साथ ही द्विपक्षीय विवादों को सुलझाना चाहिए ताकि वैश्विक प्रभाव की बीजिंग की कोशिश के विरोध को कम से कम किया जाए।
‘ग्लोबल टाइम्स’ में छपे एक लेख में कहा गया, ‘हमें अपने सिद्धांतों पर अडिग रहना चाहिए लेकिन अपने पड़ोसियों के हितों का सम्मान करना चाहिए।’
इसमें कहा गया कि पड़ोसियों के साथ विवाद सुलझाना चीन के लिए बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि उसे अपनी महत्वाकांक्षाओं को हासिल करने के अपने प्रयासों का विरोध कम से कम करने और अपना समर्थन अधिकतम करने की जरूरत है।
भारत, जापान, वियतनाम और दक्षिण चीन सागर क्षेत्र के अन्य पड़ोसी देशों पर परोक्ष निशाना साधते हुए लेख में कहा गया कि कुछ पड़ोसी देश चीन के साथ समुद्री और भूमि विवादों को सुलझाने में कड़ा रुख अपना रहे हैं और बीजिंग से फायदा लेने का प्रयास कर रहे हैं।
पूर्वी चीन सागर में जापान के साथ चीन का समुद्री विवाद है। दक्षिण चीन सागर पर चीन के दावे का वियतनाम, फिलीपीन, मलेशिया, ब्रूनेई और ताइवान विरोध करते हैं।
चीन का भारत के साथ भी 3488 किलोमीटर लंबी सीमा को लेकर विवाद है। हाल ही में डोकलम में 73 दिन तक चला गतिरोध इसका ताजा उदाहरण है।
पहली दफा चीनी मीडिया अपनी ही सरकार के विरोध में उतरी
आपके विचार
पाठको की राय