
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में स्थित सुल्तानिया अस्पताल एक बार फिर चर्चा में है. यहां सरकारी योजनाएं लागू हो या न हो लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम ज़रुर लिया जाता है. भोपाल के सुल्तानिया जनाना अस्पताल में अब तक 40 बच्चों का नाम नरेंद्र मोदी के नाम की तर्ज पर नरेंद्र रखा जा चुका है.
दरअसल अस्पताल के अधीक्षक बच्चे के जन्म पर उनके माता पिता से बच्चे का नाम नरेंद्र रखने की अपील करते हैं और ज़्यादातर माता पिता ने इस अपील को मानते हुए अपने बच्चे का नाम नरेंद्र रख भी दिया है.
अस्पताल के अधीक्षक डॉ किरण पीपरे का कहना है कि प्रधानमंत्री के व्यक्तित्व से प्रेरणा लेकर उन्होंने ये मुहिम शुरु की है. ये मुहिम नरेंद्र मोदी के जन्मदिन 17 सितंबर को शुरु की गई थी. 17 तारीख को अस्पताल में 16 बच्चों का नाम नरेंद्र रखा गया. जबकि 20 तारीख को ही 6 बच्चों का नाम नरेंद्र रखा गया.
अधीक्षक साहब के मुताबिक नरेंद्र नाम काफी चर्चित और प्रेरणादायी है और सुनने में भी अच्छा लगता है.
ऐसे ही यहां जन्में एक नरेंद्र की मां पूनम का कहना है कि वो अपने बेटे को नरेंद्र मोदी की तरह बनाना चाहती हैं.
वहीं इस मामले में कांग्रेस ने कटाक्ष किया है. कांग्रेस प्रवक्ता दीप्ती सिंह का कहना है कि ये चाटुकारिता की पराकाष्ठा है कि ब़डी संख्या में बच्चों का नाम नरेंद्र रखा जाए. इस तरह का माहौल हिटलर के शासनकाल में हुआ करता था.
दूसरी ओर बीजेपी इसे नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता का उदाहरण मानती है. बीजेपी प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल कहते हैं कि नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता इतनी ज़्यादा है कि माता पिता अपने बच्चों के नाम नरेंद्र रख रहे हैं.