कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए 10 मई को मतदान होगा। इससे पहले भारतीय जनता पार्टी जमकर प्रचार कर रही है। चुनाव प्रचार के अंतिम चरण में जहां शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रोड शो कर जनता का प्यार बटोरा वहीं केंन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह, असम के मुख्यमंत्री हिमंत सरमा बिस्वां समेत भाजपा के अन्य वरिष्ठ नेताओं ने अलग निर्वाचन क्षेत्रों में रैलियां और जनसभाएं की।असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कर्नाटक में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के लिए चुनाव प्रचार के दौरान 24 घंटे से भी कम समय में दूसरी बार शनिवार को कांग्रेस पर निशाना साधा। कर्नाटक के गोनिकोप्पा में असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि 'डीके शिवकुमार टीपू सुल्तान के परिवार के सदस्य हैं। अगर कांग्रेस दोबारा सत्ता में आएगी तो कर्नाटक पीएफआई की घाटी बन जाएगा।सरमा ने विपक्षी दल पर आरोप लगाया कि वह दक्षिणी राज्य को 'पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (2022 में सरकार द्वारा आतंकी गतिविधियों से जुड़े होने पर प्रतिबंधित) घाटी' बनाने की कोशिश कर रही है।
जानें बिस्वां ने क्यों लिया टीपू सुल्तान का नाम
बता दें बिसवा ने टीपू सुल्तान का संदर्भ मार्च में एक विवाद को लिया। जब भाजपा ने 18वीं सदी के शासक और अंग्रेजों के खिलाफ उनकी लड़ाई को एक चुनावी मुद्दे में बदल दिया, उन्हें एक ऐसे अत्याचारी के रूप में पेश किया जिसने उस समय के हिंदू समुदाय को आतंकित किया और हजारों लोगों को बलपूर्वक परिवर्तित किया। उसके खिलाफ खड़ा किया। भाजपा ने यह घोषणा करते हुए कि प्रभावशाली वोक्कालिंग समुदाय के दो सरदारों ने टीपू सुल्तान की हत्या की थी न कि एक संयुक्त ब्रिटिश-मराठा सेना ने।