पिछले 12  साल से ओलंपिक खेलों की मेजबानी हासिल करने की फ्रांस की राजधानी पेरिस की कोशिश आखिरकार रंग ले आई। बुधवार को अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक परिषद यानी आईओसी ने आधिकारिक तौर पर साल 2024 और 2028 में होने वाले ओलंपिक खेलों के मेजबान शहरों की घोषणा कर दी।

पेरिस और लॉस एंजेलिस दोनों ही शहरों की तीसरी बार ओलंपिक खेली की मेजबानी हासिल हुई है। पेरिस लंदन के बाद तीन बार ओलंपिक खेलों का आयोजन करने वाला दूसरा शहर बन जाएगा। लंदन ने 1908, 1948 और 2012 में ओलंपिक खेलों की मेजबानी कर चुका है। इसके बाद ये उपलब्धि लॉस एंजेेलिस के नाम दर्ज हो जाएगी। पेरिस ने साल 1900, 1924 में ओलंपिक खेलों की मेजबानी की थी। 
 
पेरू की राजधानी लीमा में बुधवार को आयोजिक आईओसी के 131 वें सेशन में  2024 और 2028 में होने वाले ओलंपिक खेलों के होस्ट नेशन को लेकर बैठक हुई। बैठक में पहले मेजबान शहरों के प्रतिनिधियों ने अपनी-अपनी प्रेजेंटेशन दी। इसके बाद मेजबानी के संबंध में वोट डाले गए और वोटों की गिनती के बाद मेजबान शहर के नाम की आधिकारिक तौर पर घोषणा कर दी गई।

हालांकि 2024 ओलंपिक की मेजबानी हासिल करने की रेस में ये दो शहर ही बचे थे ऐसे में दोनों ने आपसी सहमति से अलग-अलग ओलंपिक खेलों की मेजबानी हासिल कर ली। दूसरे शहरों ने आयोजन की महंगी लागत के कारण पहले ही मेजबानी से अपने हाथ खीच लिए थे। 

पेरिस के लिए 2024 ओलंपिक दोहरी खुशी का मौका होगा। पहले तो वह तीसरी बार ओलंपिक का आयोजन करेगा वहीं यह आखिरी बार यानी 1924 में आयोजित ओलंपिक की सौवीं वर्षगांठ भी मनाएगा। दूसरी बार से तीसरी बार ओलंपिक की मेजबानी हासिल करने में पेरिस को 100 साल लंबा इंतजार करना पड़ा। साल 2005 में 2012 के ओलंपिक खेलों की मेजबानी हासिल करने से पेरिस लंदन से मामूली अंतर से पिछड़ गया था लेकिन अब जाकर उसकी अभिलषा पूरी हो गई है। 

लॉस एंजेलिस में ओलंपिक के आयोजन के साथ 32 साल बाद अमेरिकी धरती पर ओलंपिक खेलों का आयोजन होगा। इससे पहले अमेरिकी शहर अटलांटा ने साल 1996 में ओलंपिक खेलों की मेजबानी की थी। लॉस एंजेलिस में इससे पहले साल 1932 और 1984 में मेजबानी कर चुका है। पहली बार ओलंपिक खेलों की मेजबानी की एक बैठक में एक साथ दो मेजबानों के नाम की घोषणा की गई है।