रायपुर। कुआकोंडा ब्लाक मुख्यालय स्थित पोस्ट व प्री मेट्रिक की छात्रा विनीता ठाकुर की मौत सोमवार को पानी में डूबने से हो गई थी। जिस वक्त छात्रा डूब रही थी उस समय टेमरू नदी पर 85 छात्राएं मौजूद थीं जिन्होंने मौत का यह मंजर देखा। इस बात का खुलासा आज आश्रम की 11वीं कक्षा की छात्रा सरोजनी ने किया। उसने बताया कि नदी पर जाने से पहले छात्राओं ने अधीक्षिका हेमलता नाग से अनुमति लेने के बाद 6 ग्रुप में नदी में नहाने गई थीं।
सरोजनी ने बताया कि हादसे के बाद कई छात्राएं घटना की जानकारी अधिकारियों को देना चाहती थीं, लेकिन अधीक्षिका द्वारा हास्टल से निकालने की बात कहने के बाद उन्होंने किसी को भी कोई बात नहीं बताई। सरोजनी ने बताया कि नदी में डूबी विनीता के शव को कुआकोंडा के पुजारीपारा में रहने वाले शिक्षक चंद्रशेखर ने ही निकाला था। जिस समय यह घटना हुई वह अपने खेत में गए थे। इधर जिला प्रशासन ने मामले की गंभीरता को देखते हुए इसकी जांच की जिम्मेदारी एसडीएम सुभाषराज को सौंपी है। मामले पर चर्चा करते हुए एसडीएम ने कहा कि छात्राओं के बयान में यह बात सामने आई है कि जिस समय यह घटना हुई उस समय नदी के आसपास 15 से अधिक छात्राएं थीं।
घटना के संबंध में एक बार फिर से छात्राओं और शिक्षक से पूछताछ की जाएगी। सरोजनी ने घटना की पूरी जानकारी पेंटा के ग्रामीणों और छात्रा के परिजनों को दी। हकीकत जानने के बाद परिजन काफी आक्रोशित हैं। छात्रा के पिता कल्याण सिंह व ग्रामीणों ने कहा कि बच्ची की मौत के मामले में एसपी व कलेक्टर से मिलकर अधीक्षिका पर गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज करवाने की मांग करेंगे। ग्रामीणों ने कहा कि हादसे के बाद आश्रम में रहने वाली लड़कियां काफी डरी हुई हैं इसलिए जिला प्रशासन को इन्हें कुछ दिन की छुट्टी देनी चाहिए।