दुशांबे/ताजिकिस्तान। भारत और रूस ने शुक्रवार को रक्षा, ऊर्जा सुरक्षा, व्यापार और निवेश समेत द्विपक्षीय संबंधों के सभी आयामों की समीक्षा की और सामरिक एवं अन्य संबंधों को नई गति प्रदान करने पर सहमति व्यक्त की।

एससीओ के वार्षिक शिखर सम्मेलन से इतर एक बैठक में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने यूक्रेन, इराक और अफगानिस्तान की स्थिति और इस वर्ष होने वाली रूसी राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन की भारत यात्रा पर विस्तृत चर्चा की। विभिन्न संयुक्त परियोजनाओं परअमल करने के अलावा आर्थिक सहयोग और उर्जा सुरक्षा से जुड़े मुद्दों के बारे में सुषमा और लावरोव ने व्यापक चर्चा की और उम्मीद व्यक्त की कि भारत की नई सरकार इन संबंधों को और आगे बढ़ाएगी ।

दोनों नेताओं का मानना है कि व्यापार, ऊर्जा, निवेश और रक्षा समेत अन्य क्षेत्रों में दोनों देशों के बीच संबंधों को और आगे बढ़ाने की काफी संभावनाएं हैं। यूक्रेन मामले में रूस पर लगे प्रतिबंध के मद्देनजर रूस अपने संबंधों को भारत और चीन जैसे देशों के साथ और बढ़ाना चाहेगा। बहरहाल, अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा था कि अमेरिका और यूरोपीय संघ ने रूस पर रक्षा, वित्त और ऊर्जा क्षेत्र में समन्वित प्रतिबंध को और बढ़ाने का निर्णय किया है।