विदिशा । विदिशा शहर में चल रही बागेश्वर धाम के कथावाचक धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की श्रीमद् भागवत कथा में बुधवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पहुंचे। उन्होंने कहा कि भगवान को पाने के तीन मार्ग हैं, इनमें एक कर्म मार्ग भी है। यदि ज्ञान और भक्ति मार्ग को न अपनाने वाले शिक्षक, डाक्टर, कर्मचारी और नेता ईमानदारी से काम करने लग जाएं तो उन्हें भगवान मिल जाएंगे इस दौरान उन्होंने पंडित शास्त्री के आग्रह पर अपना पसंदीदा भजन " राम भजन सुखदायी, सुनो रे मेरे भाई " भी सुनाया। शाम करीब सवा पांच बजे मुख्यमंत्री चौहान हेलीकाप्टर से विदिशा पहुंचे।
यहां उन्होंने धोती पहनकर पंडित शास्त्री और व्यास पीठ का पूजन किया। कुछ देर तक कथा सुनने के बाद उन्होंने संक्षिप्त भाषण दिया, जिसमें कहा कि उनका लक्ष्य कर्म मार्ग पर चलकर प्रदेश के लोगों का जीवन सुखी करना है। उन्होंने कहा कि कर्म मार्ग में धर्म और ज्ञान को शामिल करने का ही परिणाम है कि प्रदेश में कन्यादान और लाड़ली बहना योजना बनी। उनका लक्ष्य महिलाओं और बेटियों पर होने वाले अत्याचार और अन्याय को पूरी तरह समाप्त करना है।
सीएम भी हैं बागेश्वर धाम के ‘पागल’
पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने मुख्यमंत्री के आगमन पर कहा कि जहां का राजा राजनीति भी धर्मनीति के अनुरूप करता है तो उस राज्य की प्रजा सदा सुखी रहती है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री से यह दूसरी मुलाकात है, लेकिन मुझे पता है कि वे भी बागेश्वर धाम के ‘पागल’ हैं।