
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 71वें स्वतंत्रता दिवस पर लालकिले की प्राचीर से लगातार चौथी बार देश को संबोधित किया। जानिए प्रधानमंत्री के भाषण की बड़ी बातें...
एक अप्रैल से पांच अगस्त 2017 तक 56 लाख नए लोगों ने आयकर रिटर्न दाखिल किए, जबकि एक साल पहले यह संख्या 22 लाख थी। नोटबंदी के बाद 18 लाख लोगों की आय और व्यय में अंतर पाया गया और 4.5 लाख लोग जवाब देने के लिए आगे आए। नोटबंदी के बाद 3 लाख करोड़ बैंकिंग सिस्टम में आए हैं, जिसमें से 1.75 लाख करोड़ संदेह के दायरे में हैं। 2 लाख करोड़ ब्लैकमनी बैंकों तक पहुंच गए हैं। तीन लाख कंपनियां मुखौटा कंपनियां हैं, पौने दो लाख मुखौटा कंपनियों का पंजीकरण रद्द किया गया। एक ही पते पर 400-400 कंपनियां चल रही थी, पूरी तरह मिलीभगत का खेल हो रहा था शास्त्रों में कहा गया है- अनियत कालाः प्रवृत्तयो विप्लवन्ते सही समय पर अगर कोई कार्य पूरा नहीं किया, तो फिर मनचाहे नतीजे नहीं मिलते। इसलिए टीम इंडिया के लिए न्यू इंडिया के संकल्प का सही समय यही है। हम सब मिलकर एक ऐसा भारत बनाएंगे, जहां गरीब के पास पक्का घर होगा, बिजली होगी, पानी होगा।
हम सब मिलकर एक ऐसा भारत बनाएंगे, जहां देश का किसान चिंता में नहीं, चैन से सोएगा, आज वो जितना कमा रहा है, उससे दोगुना कमाएगा। हम सब मिलकर एक ऐसा भारत बनाएंगे जहां युवाओं और महिलाओं को उनके सपने पूरे करने के लिए भरपूर अवसर मिलेंगे। हम सब मिलकर एक ऐसा भारत बनाएंगे जो आतंकवाद, संप्रदायवाद और जातिवाद से मुक्त होगा। हम सब मिलकर एक ऐसा भारत बनाएंगे, जहां भ्रष्टाचार और भाई-भतीजावाद से कोई समझौता नहीं होगा। हम सब मिलकर एक ऐसा भारत बनाएंगे जो स्वच्छ होगा, स्वस्थ होगा और स्वराज के सपने को पूरा करेगा आस्था के नाम पर हिंसा ठीक नहीं, जातिवाद का जहर देश का भला नहीं कर सकता, हमें शांति, एकता और सद्भाव के साथ आगे बढ़ना है। देश शांति और सदभाव से चलता है, यह गांधी और बुद्ध की भूमि है। आस्था के नाम पर हिंसा का रास्ता इस देश में चल नहीं चल सकता है।
उस समय भारत छोड़ो का नारा था, आज है भारत जोड़ो। हम हर किसी को जोड़ना है:मोदी नोटबंदी के बाद जब डेटा का विश्लेषण किया गया तो 3 लाख ऐसी कंपनियां पाईं गईं, जो सिर्फ हवाला का कारोबार करती थीं। उनमें से पौन 2 लाख कंपनियों पर ताले लटक गए। कुछ तो ऐसी शेल कंपनियां थीं, जिनके एक ही पते पर कई-कई कंपनियां चलती थीं। हमने उन पर कार्रवाई की। देश में अब लूट नहीं चलेगी, जवाब देना पड़ेगा... भ्रष्टाचार और काले धन के खिलाफ हमारी लड़ाई अभी आगे और बढ़ेगी। जीएसटी के कारण हजारों करोड़ की बचत हुई है समय की भी बचत हुई है। चेकपोस्ट खत्म हुए हैं जब नोटबंदी की बात आई दुनिया को आश्चर्य हो रहा था। यहां तक लोग कह रहे थे कि अब मोदी गया। आज भ्रष्टाचार पर नकेल लगाने में हम एक के बाद एक कदम उठाने में सफल हो रहे हैं। लोगों को कालाधन को मुख्यधारा में लाना पड़ा। अभी एक रिसर्च में यह बात सामने आई है कि तीन लाख करोड़ रुपये बैंकिग सिस्टम में आए हैं, जो कभी नहीं आते थे। बैंकों में जमा किए गए करीब 2 लाख करोड़ रुपये संदेह के दायरे में हैं और उनको जवाब देना पड़ेगा करीब नौ करोड़ किसानों को मृदा कार्ड और 2.5 करोड़ गरीब महिलाओं को एलपीजी गैस कनेक्शन दिए गए गरीबों को नि:शुल्क गैस कनेक्शन देने की उज्ज्वला योजना, स्वच्छता अभियान समेत सभी क्षेत्रों में देशवासियों का सरकारी योजनाओं को समर्थन मिला। किसान को बीज से लेकर बाजार तक की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए एफडीआई नीति को उदार बनाने एक ऐसा माहौल था कि केंद्र बड़ा भाई है और राज्य छोटा। लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहा हूं और मैं जानता हूं कि राज्यों के विकास में मुख्यमंत्री का कितना योगदान रहता है।
महीने में मंगलयान पहुंच सकते हैं, लेकिन 42 साल से रेल का एक प्रॉजेक्ट लटका पड़ा था। हमारी सरकार ने परियोजनाओं के तेजी से क्रियान्वयन पर ध्यान दिया। सरकार की किसी योजना में विलंब होता है तो सबसे अधिक नुकसान हमारे गरीब परिवारों को होता है। आस्था के नाम पर हिंसा का रास्ता इस देश में चल नहीं सकता। इसे देश कभी स्वीकार नहीं कर सकता है। भारत छोड़ो का नारा आजादी से पहले का था।
सुदर्शन चक्रधारी मोहन से लेकर चरखाधारी मोहन तक हम से ऐतिहासिक विरासत के धनी हैं। देश की आन-बान-शान और गौरव के लिए जिन-जिन लोगों ने त्याग किया है, यातनाएं झेली हैं उन सबको नमन है। कभी-कभी प्राकृतिक आपदा संकट भी मोल लेत हैं। पिछले दिनों देश के कई भूभागों पर प्राकृतिक आपदा का संकट आया। हमारे अस्पताल में मासूम बच्चों की मौत हुई। सभी संकट के समय देशवासियों की संवेदना लोगों के साथ है। यह वर्ष आजाद भारत के लिए विशेष साल है। यह वर्ष है, जब हम चंपारण सत्याग्रह के सौ साल मना रहे हैं। भारत छोड़ो आंदोलन की 75 वीं वर्षगांठ है। बाल गंगाधर तिलक ने सार्वजनिक गणेशोत्सव की जो शुरुआत की थी, उसकी भी 125 वीं सालगिरह है।
Tue, 15 Aug 2017 08:05: