भारत और श्रीलंका के बीच गुरुवार से कोलंबो के एसएससी मैदान पर तीन मैचों की सीरीज का दूसरा टेस्ट खेला जाना है। इस मैच पर टीम इंडिया और श्रीलंका दोनों की नजरें बनी हुई हैं। एक तरह टीम इंडिया गाले की तरह शानदार प्रदर्शन कर सीरीज में 2-0 की अपराजेय बढ़त हासिल करना चाहती है। वहीं दूसरी तरफ श्रीलंका जीत हासिल कर सीरीज में वापसी करना चाहेगा। लेकिन इस मुकाबले से इतर यह टेस्ट दोनों टीमों के खिलाड़ियों के लिए व्यक्तिगत उपलब्धि हासिल करने वाला साबित हो सकता है। श्रीलंका के नव नियुक्त कप्तान दिनेश चांदीमल पहली बार एक पूर्णकालिक टेस्ट कप्तान के रूप में अपनी टीम का नेतृत्व करेंगे। भारत के खिलाफ गाले टेस्ट में वो निमोनिया के कारण नहीं खेल सके। उन्हें कुछ दिनों तक मैदान से बाहर बैठना पड़ा। लेकिन अब वह पूरी तरह फिट हैं और अपनी टीम की सीरीज में वापसी कराने की पुरजोर कोशिश करेंगे। पिछली सीरीज में गाले में उनके शानदार शतक की बदौलत ही श्रीलंका एक टेस्ट जीत पाई थी। कोलंबो टेस्ट टीम इंडिया की नई दीवार चेतेश्वर पुजारा के लिए यादगार होगा। यह उनके करियर का 50वां टेस्ट होगा। गाले में अश्विन ने भी करियर का 50वां टेस्ट खेला था। पिछली बार सीरीज के अंतिम मैच में पुजारा ने शतकीय पारी खेलकर टीम इंडिया के 22 साल बाद लंका में डंका बजाने में अहम भुमिका अदा की थी। वो एक बार फिर पिछली सीरीज जैसे प्रदर्शन को दोहराने की कोशिश करेंगे। 

यदि गाले की 153 रन की पारी की तरह पुजारा का बल्ला कोलंबो में भी चलता है तो उनके नाम एक और उपलब्धि दर्ज हो जाएगा। वह टेस्ट मैचों में 4 हजार रन के आंकड़े को छूने से 34 रन दूर है। उनके नाम 49 टेस्ट में 3966 रन हैं। यदि वो ऐसा करते हैं तो वो यह कारनामा करने वाले भारत के 15वें टेस्ट क्रिकेटर बन जाएंगे। गाले टेस्ट में अपना 50वां टेस्ट खेलने वाले अश्विन के लिए कोलंबो टेस्ट भी अहम है। गाले टेस्ट में 49 रन की पारी खेलने वाले अश्विन टेस्ट क्रिकेट में 2000 रन का आंकड़ा पूरा करने से 50 रन दूर हैं।