नई दिल्ली . 'मैं अपने देश के साथ खड़ा हूं'- इसी भावना के साथ 9 अगस्त को भारत छोड़ो आंदोलन की 75वीं और स्वतंत्रता दिवस की 70वीं सालगिरह पर होने वाले समारोहों के जरिये सरकार का मकसद जन आंदोलन तैयार करने का होगा। सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने मल्टी-मीडिया कैंपेन के इसी तर्ज पर ब्रीफ तैयार किया है। कैंपेन में युवा पीढ़ी को प्रेरित करने और उनमें गर्व और जवाबदेही की भावना विकसित करने पर फोकस होगा। सरकार को लगता है कि इन दो घटनाओं के 7 दशक से ज्यादा बीत जाने के बाद 25 साल से कम की 50 फीसदी आबादी इस विरासत को अपनाएगी।

कैंपेन के लिए सरकार के ब्रीफ के मुताबिक, 'युवा देश सबसे ताकतवर मुल्कों में से एक तौर पर उभर रहा है। यह न सिर्फ जश्न बनाने का बड़ा मौका है, बल्कि देशभक्ति की भावनाओं को दोहराने, भारत को आर्थिक महाशक्ति बनाने के अपने निश्चय को फिर से रफ्तार देने और भारत को दुनिया की बौद्धिक राजधानी बनाने का इरादा पक्का करने का मौका है।' मोदी सरकार यह दावा भी करेगी कि नया और ताकतवर भारत उभर रहा है। ब्रीफ के मुताबिक, 'लोगों में देश को सफलता की नई ऊंचाइयों को छूते देखने की अदम्य इच्छा है। आज लोग नई सरकार के तहत ऐसा होते देख रहे हैं।' इसे लेकर समारोहों में इस पर जोर दिया जाएगा कि अगले 5 साल में 'एक नया भारत' तैयार किए जाएगा, जो 'भ्रष्टचार और काला धन से मुक्त' होगा और यह करोड़ों भारतवासियों की आकांक्षाओं को पूरा करेगा।

कैंपेन में इस पर भी जोर होगा कि भारत पहले ही हर क्षेत्र में अपना लोहा मनवा चुका है, चाहे वह साइंस टेक्नोलॉजी हो, स्पोर्ट्स, अध्यात्म, कला, अंतरिक्ष में खोज, अर्थव्यस्था, रक्षा या अन्य क्षेत्र। भारत गर्व के साथ अपनी उपलब्धियों के साथ ग्लोबल पावर बनने के करीब है।