नई दिल्ली: आडिशा की फर्राटा क्वीन दुती चंद ने एक ही दिन में दो बार राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ दिया। 100 मीटर की रेस में 11.30 सेकेंड समय लेकर रियो ओलिंपिक के लिए क्वालिफाई करने के बाद उन्होंने फिर उसी दौड़ में 11.24 सेकेंड का राष्ट्रीय रिकॉर्ड बना डाला।
दुती ने अलमाटी (कज़ाकिस्तान) में हुई 26वीं अंतरराष्ट्रीय जी कोसानोव मेमोरियल प्रतियोगिता में 11.30 सेकेंड का समय निकालकर रियो के लिए अपनी जगह पक्की कर ली।
11.30 सेकेंड में 100 मीटर दौड़ीं
रियो ओलिंपिक्स के लिए क्वालिफाई करने वाले एथलीटों की समय सीमा 100 मीटर की रेस में 11.32 सेकेंड रखी गई थी। दुती ने 0.02 सेकेंड से निर्धारित सीमा से बेहतर दौड़ लगाकर रियो में अपनी जगह पक्की कर ली। इससे पहले 1980 में पीटी उषा 100 मीटर की दौड़ के लिए ओलिंपिक्स के लिए क्वालिफाई कर चुकी हैं।
दुती में था क्वालीफाई करने का विश्वास
ओडिशा की 20 साल की दुती चंद के लिए यह सीजन शानदार साबित हुआ है। दिल्ली में आयोजित फेडरेशन कप टूर्नामेंट में दुती 0.01 सेकेंड से रियो का टिकट हासिल करने से चूक गई थीं, लेकिन दुती ने NDTV से बातचीत में तब भी कहा था, "मैं रियो के लिए जरूर क्वालिफाई करूंगी।" दुती ने इसी साल रचिता मिस्त्री का 16 साल पुराना राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़कर एक नया कीर्तिमान कायम किया था। कजाकिस्तान में दुती ने एक और नया कीर्तिमान कायम किया है।
युवा खिलाड़ियों के रोल मॉडल
भारतीय एथलेटिक्स फेडरेशन के अध्यक्ष और पूर्व ओलिंपियन आदिल सुमेरिवाला (मॉस्को ओलिंपिक्स, 100 मीटर) कहते हैं, "यह बहुत बड़ी कामयाबी है। दुती और दूसरी कई एथलीट आने वाले वक्त में युवा खिलाड़ियों के लिए रोल मॉडल बन सकती हैं। हम उन्हें आगे बढ़ाने के लिए पूरा समर्थन देंगे।"
अपने हॉर्मोन की अनियमितता (हाइपरएंड्रोजेनिज़्म) की वजह से दुती लगातार दबाव में रहीं और उन्हें फिर से ट्रैक पर लौटने के लिए कोर्ट ऑफ आरबिट्रेशन ऑफ़ स्पोर्ट्स का दरवाज़ा भी खटखटाना पड़ा। वहां से जीतने के बाद दुती के हौसले लगातार बुलंद रहे हैं और वे लगातार ट्रैक पर कारनामे कर रही हैं।
दुती चंद ने हासिल किया रियो ओलिंपिक्स का टिकट, एक ही दिन में दो बार तोड़ा राष्ट्रीय रिकॉर्ड
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