भोपाल। राज्यपाल रामनरेश यादव ने स्पष्ट किया है कि जब तक केंद्र सरकार चाहेगी वह काम करते रहेंगे। अपना संवैधानिक दायित्व बेहतर ढंग से निभा रहे हैं। अपने दामन पर कभी दाग नहीं लगने दिया। किसी से एक पैसा भी नहीं लिया, चाहता तो बहुत कुछ कर सकता था। वह बोले कि मैं गांधीवादी पिता का बेटा हूं।

मप्र में राज्यपाल के रूप में तीन साल पूरे होने पर पत्रकारों से चर्चा के दौरान श्री यादव ने अनेक मुद्दों पर बेबाकी से चर्चा की। बताया कि प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी तात्या टोपे पर किताब लिखने के अलावा अपनी आत्मकथा पर भी काम कर रहे हैं। व्यापमं फर्जीवाडे़ पर चर्चा निकली तो बोले जैसे ही मुझे इसकी जानकारी मिली तुरंत ही गृहमंत्री बाबूलाल गौर और डीजीपी नंदन दुबे को बुलाकर चर्चा की और जांच कराने को कहा। साथ ही यह भी निर्देश दिए कि ऐसे इंतजाम हों कि इसकी पुनरावृति न हो।

उन्होंने यह भी बताया कि मैं चार बार विधायक, राज्यसभा सदस्य, कई राज्यों का प्रभारी और मुख्यमंत्री जैसे पद पर रहा लेकिन अपने दामन पर एक पैसे का भी दाग नहीं लगने दिया। जीवन में किसी उद्योगपति से एक पैसा नहीं लिया, बोले कि मुझ पर लोहिया और जेपी का खासा प्रभाव है।