लंदन : ब्रिटेन में पाकिस्तानी बस चालक के पुत्र सादिक खान को आज लंदन का नया मेयर घोषित किया गया. उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी को बडे अंतर से शिकस्त दी है. सादिक की इस जीत से आठ साल बाद ब्रिटेन की राजधानी लंदन में एक बार फिर लेबर शासन की वापसी हुई है. तथाकथित ‘सुपर थर्सडे' चुनाव की मतगणना खत्म होने के बाद 45 वर्षीय विपक्षी उम्मीदवार लंदन में ‘सिटी हॉल' के पहले मुस्लिम प्रमुख के तौर पर पदभार ग्रहण करेंगे. सभी फर्स्ट प्रेफरेंस वोट की गिनती होते ही खान की जीत तय मानी जा रही थी, जिसमें उन्हें अपने प्रतिद्वंद्वी जैक गोल्डस्मिथ से नौ अंक अधिक यानी 46 प्रतिशत मत मिले.

सादिक की इस जीत से ब्रिटेन की राजधानी में कंजर्वेटिव के आठ साल के शासन के बाद लेबर सत्ता की वापसी हुई है. लेबर नेता जेरेमी कॉर्बिन ने औपचारिक घोषणा से पहले ट्वीट करके खान को बधाई दी. ‘सभी के लिए बेहतर एक ऐसे लंदन के निर्माण में आपके साथ काम करने का अब और इंतजार नहीं कर सकता हूं.' ऐसा माना जा रहा है कि लंदन के 45 प्रतिशत मतदाताओं के मतों के कारण उन्हें कल भारी बहुमत हासिल करने में मदद मिली. उन्हें करीब 10 लाख वोट मिले.

सादिक खान एक पूर्व मानवाधिकार पैरोकार और 2005 से पूर्वी लंदन के टूटिंग से सांसद हैं. पूर्व लेबर प्रधानमंत्री गॉर्डन ब्राउन की कैबिनेट में उनका स्थान अहम था. बॉरिस जॉनसन का स्थान ग्रहण करने की अपनी मुहिम के तहत पिछले साल उन्होंने शैडो कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया था। जॉनसन का दूसरा एवं अंतिम कार्यकाल आज खत्म हुआ. ऑक्सफोर्ड में पढे गोल्डस्मिथ दिवंगत अरबपति सर जेम्स गोल्डस्मिथ के पुत्र और जेमिमा खान के भाई हैं.

मेयर चुनाव अभियान में अधिकतर वह पिछडते दिखे और उनके कुछ समर्थकों ने सादिक खान का नाम चरमपंथियों से जोडने का असफल प्रयास भी किया था. जेमिमा पाकिस्तान के क्रिकेटर से नेता बने इमरान खान की पूर्व पत्नी हैं. उन्होंने ट्वीट किया, चूंकि परिणाम अब स्पष्ट हैं : ‘दुखी हूं कि जैक का अभियान उस तरह से नहीं प्रदर्शित हो पाया. जितना मैं उन्हें जानती हूं वह एक पर्यावरण हितैषी, सत्यनिष्ठा से युक्त स्वतंत्र विचारों वाले नेता हैं.'