उद्योग संगठन फिक्की ने लघु बचत योजनाओं पर ब्याज दरें कम किये जाने के मद्देनजर बैंकों से भी ब्याज दरों में कटौती की अपील की है। फिक्की ने कहा कि सरकार ने पहले ही ऐसे संकेत दे दिये थे कि लघु बचत योजनाओं की ब्याज दरों में कमी की जायेगी। अब इन पर ब्याज कम होने के मद्देनजर बैंकों को भी अपनी ब्याज दरों पर फिर से विचार करना चाहिये और उपभोक्ता तथा निवेशक दोनों के लिए ब्याज दरों में कमी करनी चाहिये।

संगठन ने कहा कि बैंक अक्सर ये कहते रहते थे कि लघु बचत योजनाओं पर ऊंची ब्याज दरों की वजह से वे अपनी ब्याज दरें कम नहीं कर सकते, लेकिन अब जब सरकार ने स्वयं इस दिशा में कदम बढ़ाया है तो बैंकों को भी इसका अनुसरण करना चाहिये और आर्थिक सुधार को गति देने में मददगार बनना चाहिये।