भोपाल। मिसरोद इलाके में दिल्ली पब्लिक स्कूल (डीपीएस) के 11वीं के छात्र ने घर के सामने पार्क में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। वह मैथ्स और कैमिस्ट्री के पेपर में फेल हो गया था। रिजल्ट आने के बाद से ही वह तनाव में था।

उसने आत्महत्या के पहले कमरे में अपने बिस्तर पर तकिया रखकर अपने जैसा दिखने वाला एक आकार बनाया और उसे चादर से ढंक दिया। पुलिस को मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है, जिससे आत्महत्या के कारणों की पुलिस ने अधिकारिक पुष्टि नहीं की। विवेचक एसआई एपी सिंह के मुताबिक मकान नंबर-26 रेड स्क्वॉयर, मिसरोद निवासी डॉ. महेंद्र सिंह का पोल्ट्री फॉर्म है।

उनका 16 वर्षीय इकलौता बेटा आदित्यमान सिंह डीपीएस, नीलबड़ में 11वीं का छात्र था। दो दिन पहले उसका प्री-बोर्ड का रिजल्ट आया था। मैथ्स और कैमिस्ट्री के पेपर में फेल होने से वह तनाव में था। माता-पिता ने स्थिति को समझते हुए उसे समझाने का प्रयास भी किया, लेकिन वह सामान्य नहीं हो पाया था। रिजल्ट आने के बाद से ही वे उसके साथ रहते थे।

सोमवार-मंगलवार रात खाना खाने के बाद रात दो बजे सभी सोने चले गए। सुबह करीब 6 बजे लोगों ने उन्हें बताया कि आदित्य पार्क में फंदे पर लटका हुआ है। महेंद्र ने उसके कमरे में देखा तो बिस्तर पर चादर से ढंका तकिया था। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया, लेकिन बाद में परिजनों के मना करने पर पुलिस ने बिना पीएम के ही शव परिजनों को सौंप दिया।

मां बेहोश, पिता अस्पताल में

महेंद्र के आदित्य के अलावा एक बड़ी बेटी है। वह पूना में एक बैंक में अधिकारी है। परिजनों ने उसे भी इसकी सूचना दे दी थी। बेटे को फांसी पर देखते ही मां अपर्णा बेहोश हो गई, जबकि महेंद्र की भी तबीयत बिगड़ गई। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों ने उन्हें एहतियातन निगरानी में रखा है। मौके पर एसपी साउथ अंशुमान सिंह भी पहुंच गए थे।

संगीत का था शौक, दिए थे कई ऑडिशन

विवेचक सिंह ने बताया कि आदित्य को संगीत का बहुत शौक था। वह चैनलों पर आने वाले म्युजिक बेस्ड कार्यक्रमों के लिए ऑडिशन भी देता रहता था। इसके लिए वह भोपाल के बाहर भी जाता था। उसे संगीत सुनना और गाना पसंद था।

मोबाइल फोन नहीं किया जब्त

पुलिस ने फिलहाल आदित्य का मोबाइल फोन जब्त नहीं किया है। बताया जाता है कि वह रात तीन से चार बजे तक मोबाइल पर अपडेट रहा। हालांकि इसकी किसी ने आधिकारिक पुष्टि नहीं की है।

पिता ने कहा था मेरे साथ सो जाओ

महेंद्र ने रात को सोने के पहले आदित्य को अपने साथ सोने को कहा था, लेकिन वह मना करते हुए अपने कमरे में चला गया। माता-पिता उसकी मानसिक स्थिति समझ चुके थे, लेकिन उन्हें विश्वास नहीं हो रहा कि उनका बेटा ऐसा भी कर सकता है।

सोमवार को दिया था प्रैक्टिकल

परीक्षा के दौरान आदित्य प्रैक्टिकल नहीं दे पाया था। दो विषय में फेल होने के कारण उसका मन नहीं लग रहा था। सोमवार को उसका दोबारा से प्रैक्टिकल कराया गया था। प्री-बोर्ड के रिजल्ट के आधार पर ही ग्रेड बनती है। ऐसे में पुलिस को आशंका है कि फेल होने के तनाव में उसका प्रैक्टिकल भी खराब गया होगा। इससे वह और अधिक तनाव में आ गया, जिसके चलते उसने आत्महत्या कर ली।