हैदराबाद यूनिवर्सिटी के दलित छात्र आत्महत्या मामले पर मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने आज पत्रकारों से वार्ता की। उन्होंने स्पष्ट तौर पर देशभर से अपील की कि कृपया इस मामले को दलित बनाम गैर दलित लड़ाई न बनाएं। ऐसा कोई मामला नहीं है।
उन्होंने अपनी इस अपील के पक्ष में कई दलीलें भी पेश कीं। उन्होंने बताया कि रोहित OBC जाति का था। उसकी जिस लड़के से लड़ाई हुई और फिर कार्रवाई हुई वो भी दलित है। कॉलेज हॉस्टल के डीन, जांच कमेटी के अध्यक्ष भी दलित हैं। यहां तक कि जिन मंत्री जी ने एचआरडी मंत्रालय को चिट्ठी लिखा बंडारू दत्तात्रेय वह खुद भी यादव जाति के हैं। इसलिए इसे किसी भी तरह से दलित बनाम गैर दलित लड़ाई नहीं बनाया जाना चाहिए।
स्मृति ईरानी ने पत्रकारों को संबाेधित करते हुए दस्तावेजों के आधार पर बताया कि केंद्रीय मंत्रालय ने सिर्फ बंडारू दत्तात्रेय के पत्र का जवाब नहीं दिया बल्कि कांग्रेस के सांसद हनुमंथ राव के पत्र का भी जवाब छह बार भेजा गया। उन्होंने कहा कि ये कांग्रेस के समय ही बनाया गया नियम था कि किसी भी सांसद के पत्र का 15 दिन में जवाब दिया जाना अनिवार्य है।
मानव संसाधन मंत्री ने कहा कि मुझे रोहित की मौत का वाकई बहुत गम है लेकिन मैं इस मामले में किसी भी तरह का हस्तक्षेप नहीं करना चाहती। कानून व्यवस्था राज्य सरकार का विषय है। साथ ही मुझे उम्मीद है कि यूनिवर्सिटी इस मामले में पूरी निष्पक्षता से जांच कर सही कदम उठाएगी। साथ ही उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा भेजी गई दो सदस्यीय कमेटी की रिपोर्ट आज शाम तक आएगी।
छात्र आत्महत्या पर स्मृति बोलीं, इसे दलित बनाम गैरदलित लड़ाई न बनाएं
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