मुंबई : बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स आज (गुरुवार) 81 अंक से अधिक लुढ़ककर 24,772.97 अंक पर बंद हुआ। इन्फोसिस का तीसरी तिमाही का परिणाम उम्मीद से बेहतर रहने के बावजूद टाटा स्टील में भारी बिकवाली से यह गिरावट आयी।
डॉलर के मुकाबले रुपये की विनिमय दर में जोरदार गिरावट का असर भी बाजार धारणा पर पड़ा। रुपया कारोबार के दौरान 41 पैसे टूटकर 67.26 पर पहुंच गया। चार सितंबर 2013 के बाद यह सबसे कमजोर स्तर है। इन्फोसिस का एकीकृत शुद्ध लाभ दिसंबर तिमाही में बढ़कर 3,465 करोड़ रुपये रहा जो पिछले वर्ष की इसी तिमाही में 3,250 करोड़ रुपये था।
इस बीच, दिसंबर में मुख्य रूप से सब्जियों के दाम में तेजी से थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति थोड़ी मजबूत होकर शून्य से नीचे 0.73 प्रतिशत रही। एशिया के अन्य बाजारों तथा यूरोप के शेयर बाजारों में कमजोर रख से बीएसई सेंसेक्स करीब 300 अंक कमजोर खुला और एक समय 24,473.22 अंक तक पहुंच गया। लेकिन चुनिंदा लिवाली से यह एक समय 25,018.46 अंक तक चला गया। हालांकि अंत में यह 81.14 अंक या 0.33 प्रतिशत की गिरावट के साथ 24,772.97 पर बंद हुआ।
सेंसेक्स में कल 172.08 अंक की तेजी आयी थी। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 25.60 अंक या 0.34 प्रतिशत गिरकर 7,536.80 अंक पर बंद हुआ। टाटा स्टील का शेयर 3.36 प्रतिशत की गिरावट के साथ 238.70 अंक पर बंद हुआ। कमजोर परिचालन प्रदर्शन के कारण वैश्विक रेटिंग एजेंसी स्टैंडर्ड एंड पूअर्स द्वारा कंपनी की रेटिंग कम किये जाने का असर उसके शेयर पर पड़ा।
इसके अलावा एक्सिस बैंक, एसबीआई, आईसीआईसीआई बैंक तथा एचडीएफसी बैंक में भी 3.90 प्रतिशत तक की गिरावट आयी। इससे बीएसई बैंकिंग सूचकांक 1.67 प्रतिशत नीचे आया। सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 21 नुकसान में रहे।
इन्फोसिस के उम्मीद से बेहतर नतीजे के बावजूद सेंसेक्स 81 अंक टूटा
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