नई दिल्ली: आमिर खान अब विदेशी मेहमानों का सत्कार नहीं कर पाएंगे और न ही अब भारतीयों को विदेशी मेहमानों से बर्ताव करने का सलीका सिखा पाएंगे, क्योंकि अब आमिर खान अतुल्य भारत के विज्ञापनों में नजर नहीं आएंगे. भारत सरकार के लिए अतिथि देवो भव: अभियान का विज्ञापन बनाने वाली कंपनी मैक्केन वर्ल्डवाइड का करार खत्म हो गया है.
कॉन्ट्रैक्ट खत्म होने के बाद अब मैक्केन वर्ल्डवाइड पर्यटन मंत्रायल के लिए विज्ञापन नहीं बनाएगी. लेकिन इस मुद्दे ने अब राजनीतिक रंग ले लिया है. कांग्रेस समेत कुछ विपक्षी दलों ने तो यहां तक कह दिया है कि कंपनी तो सिर्फ बहाना है ये आमिर खान पर मोदी सरकार का निशाना है.
हालांकि सरकार ने सफाई दी है कि आमिर खान को नहीं हटाया गया है, बल्कि जिस कंपनी से समझौता हुआ था, उसके साथ कॉन्ट्रैक्ट खत्म हो गया है.
मैक्केन वर्ल्डवाइड एजेंसी के मुखिया और गीतकार प्रसून जोशी ने इस मुद्दे पर सफाई दी है. प्रसून जोशी ने कहा है, ”मैक्केन का पर्यटन मंत्रालय के साथ सामाजिक जागरुकता अभियान अतिथि देवो भव को लेकर समझौता हुआ था. आमिर खान ने इसमें अपना सहयोग दिया था’’
कांग्रेस जिस आधार पर ये दावा कर रही है कि मोदी सरकार ने आमिर खान को निशाना बनाया है…उसके पीछे वजह है 23 नवंबर को आमिर खान का ये इंटरव्यू जिसे लेकर राजनीति में बड़ा बवाल मचा था. आमिर खान ने कहा था कि उनकी पत्नी ने देश में बढ़ रही असहनशीलता को देखते हुए देश छोड़ने की बात कही थी.
अंग्रेजी अखबार द इंडियन एक्सप्रेस के एक कार्यक्रम में आमिर खान ने असहिष्णुता को लेकर अपनी राय जाहिर की की थी. आमिर खान के इस बयान के बाद न सिर्फ मोदी सरकार पर हमला तेज हो गया था, बल्कि बॉलीवुड भी आमिर के बयान को लेकर दो धड़ों में बंट गया था.
आमिर के हटने पर सवाल, क्या कंपनी बहाना आमिर निशाना?
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