नई दिल्ली : छत्तीसगढ़ में पिछले साल विधानसभा की एक सीट के लिए हुए उपचुनाव से जुड़े एक कथित आडियो टेप के सामने आने के बाद चुनाव आयोग ने बुधवार को राज्य के मुख्य सचिव को इस मामले में तत्काल उचित जांच गठित करने का निर्देश दिया।
इस आडियो में उपचुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार के मैदान से हट जाने के पीछे कथित तौर पर वित्तीय प्रलोभन दिए जाने की बात की गयी है। चुनाव आयोग के एक अधिकारी ने यहां कहा कि आयोग ने छत्तीसगढ़ के मुख्य सचिव को टेप मामले में तत्काल उचित जांच गठित करने का निर्देश दिया है। उन्हें सात जनवरी तक अपनी टिप्पणियों के साथ तथ्यात्मक रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया गया है।
आडियो टेप सामने आने के कुछ घंटों बाद आयोग ने यह कदम उठाया। इस आडियो टेप में वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी, उनके पुत्र अमित जोगी, उनके सहयोगियों तथा मुख्यमंत्री रमन सिंह के दामाद के बीच कथित बातचीत है जो अंटागढ़ (सुरक्षित) सीट का उपचुनाव फिक्स करने के लिए है।
छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने अमित को कारण बताओ नोटिस जारी करने तथा अजीत जोगी के खिलाफ किसी कार्रवाई के पहले राज्य इकाई से रिपोर्ट की प्रतीक्षा करने का फैसला किया है। अजीत जोगी पार्टी में फैसला लेने वाले शीर्ष निकाय कांग्रेस कार्य समिति के सदस्य हैं।
छत्तीसगढ़ में पिछले साल हुए उपचुनाव के दौरान कांग्रेस के एक उम्मीदवार को चुनाव लड़ने से हटने के बदले धन की पेशकश करने वाला टेप सामने आने के बाद कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह को बर्खास्त करने की मांग की है। यहीं नहीं कांग्रेस ने सुप्रीम कोर्ट के जज से इस घटना की जांच कराने की भी मांग की है।
उस वक्त के मुख्य नेताओं के बीच वार्तालाप टेप पर रिकॉर्ड हो गया जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री अजित जोगी और उनके बेटे अमित जोगी की भूमिका के भी संकेत सामने आए हैं। छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने अमित को कारण बताओ नोटिस जारी किया और अजित जोगी के खिलाफ कार्रवाई के लिए राज्य इकाई की रिपोर्ट का पार्टी इंतजार कर रही है क्योंकि वह कांग्रेस कार्य समिति के सदस्य हैं।
कांग्रेस महासचिव बी के हरिप्रसाद ने कहा कि कांग्रेस उम्मीदवार के पिछले वर्ष सितम्बर में अंटागढ़ उपचुनाव से हटने का कारण कथित तौर पर धन का लालच था और इस सिलसिले में चुनाव आयोग से शिकायत की गई थी। उन्होंने कहा कि टेप से स्पष्ट पता चलता है कि पार्टी के आरोप सही थे।
कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि तब कांग्रेस ने आरोप लगाए थे कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने कांग्रेस उम्मीदवार को नामांकन वापस लेने के लिए धन की पेशकश की थी।
अंटागढ़ विधानसभा उपचुनाव से उम्मीदवारी वापस लेने के तुरंत बाद कांग्रेस ने पवार को पार्टी से बाहर निकाल दिया था। उन्होंने कहा कि टेप प्रथमदष्टया आरोपों को साबित करते हैं। भ्रष्टाचार को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करने के अपने लंबे चौड़े वादों को ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को तुरंत छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री को बर्खास्त करना चाहिए या इस्तीफा देने के लिए बाध्य करना चाहिए।
छत्तीसगढ़ के मुख्य सचिव फिक्सिंग टेप की जांच करें: चुनाव आयोग
आपके विचार
पाठको की राय