जबलपुर। जबलपुर स्टेशन से रात तकरीबन डेढ़ बजे एलटीटी-गोरखपुर काशी एक्सप्रेस सिहोरा स्टेशन के लिए रवाना हुआ। 5 मिनट यहां रुकने के बाद ट्रेन कटनी स्टेशन पहुंची। जबलपुर से कटनी के बीच बदमाशों ने जनरल बोगी में घुसकर तांडवा मचाया। इस दौरान ट्रेन में चल रही आरपीएफ को भनक तक नहीं लगी। यहां तक की मामला टालने के लिए ट्रेन में तैनात स्टॉफ ने भी ऐसी किसी भी घटना से इंकार किया।

आरपीएफ चुप, जीआरपी बोली-डायरी आएगी तब बताएंगे

ट्रेन सुबह तकरीबन 11 बजे इलाहाबाद स्टेशन पहुंच। यहां पर कुछ पैसेंजर ने जीआरपी थाने जाकर रात को उनके साथ हुई डकैती की रिपोर्ट लिखाई। यात्रियों ने बताया कि ट्रेन के आखिरी में लगा जनरल कोच में रात को तकरीबन 2 से ढाई बजे के बीच कुछ लोग चढ़ और यात्रियों के साथ लूटपाट कर ट्रेन से कूद गए। इलाहाबाद जीआरपी द्वारा मामला जीरो पर दर्ज करने की खबर है। इस खबर को लेकर दिनभर जबलपुर से लेकर मैहर जीआरपी और आरपीएफ के बीच हड़कंप मचा रहा।

जबलपुर कंट्रोल रूम से मिली जानकारी...

जबलपुर जीआरपी कंट्रोल रूम से मिली जानकारी के मुताबिक ट्रेन में डकैती हुई है, जिसकी शिकायत इलाहाबाद जीआरपी में दर्ज है। इस मामले की जानकारी अभी ज्यादा जानकारी नहीं है। इलाहाबाद जीआरपी से डायरी आने के बाद ही इस संबंध में बताया जा सकेगा। सवाल यह है कि इतनी बड़ी घटना होने के बाद भी जबलपुर से मनिकपुर स्टेशन तक, जीआरपी और आरपीएफ जवानों ने पैसेंजर ट्रेन के यात्रियों की एक खबर नहीं ली। दिनभर इस मामले को दबाने के लिए भी कई अधिकारी लगे रहे।

गार्ड ने कहां ऐसा कुछ नहीं हुआ

काशी ट्रेन में लूट की खबर फैलते ही ट्रेन के कर्मचारियों से पूछताछ की गई। ट्रेन गार्ड एसके नारंग ने अपने बयान में बताया कि ट्रेन के किसी कोच में न तो चैन पुलिंग हुई और न ही डकैती। यही बयान ड्राइवर ने भी दिए। जबलपुर जीआरपी ने इलाहाबाद जीआरपी ने संपर्क किया तो यह जानकारी सामने आई कि इस संबंध में मामला दर्ज हुआ है। जबलपुर से मामले की एक कापी फैक्स करने को भी कहा, लेकिन उन्होंने यह कह दिया कि उनकी फैक्स मशीन खराब है।