विदेशी बाजारों के मिले-जुले रुझान और घरेलू स्तर पर हिंडाल्को, कोल इंडिया, महिंद्रा एंड महिंद्रा और्र हिंदुस्तान यूनिलीवर जैसी बड़ी कंपनियों में मजबूत लिवाली की बदौलत सोमवार को बीएसई का सेंसेक्स 106 अंक चढ़कर तीन महीने के निचले स्तर से उबरने में कामयाब रहा।

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के निफ्टी में भी 40 अंक की तेजी रही। मौद्रिक नीति पर अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बैठक से पहले निवेशकों की सतर्कता बरतते हुये की गई बिकवाली के बावजूद अन्य कंपनियों के सार्थ हिंडाल्कों में तीन फीसदी से अधिक की तेजी ने बाजार को बढ़त दी।

इससे उतार-चढाव से गुजरता हुआ सेंसेक्स अंत में 105.92 अंक अर्थात 0.42 फीसदी उछलकर 25150.35 अंक और निफ्टी 39.60 अंक अर्थात 0.52 फीसदी बढ़कर 7650.05 अंक पर बंद हुआ।

पिछले सप्ताह के अंतिम कारोबारी दिवस सेंसेक्स तीन माह के निचले स्तर 25044.43 अंक और निफ्टी 16 महीने के न्यूनतम स्तर 7610.45 अंक तक लुढ़क गया था। अमेरिकी अर्थव्यवस्था के पटरी पर लौटने के संकेत के बीच फेड रिजर्व की कल से शुरू हो रही दो दिवसीय बैठक में पिछले एक दशक में पहली बार ब्याज दरों में बढ़ोतरी होने की उम्मीद में विदेशी निवेशकों ने सतर्क बिकवाली का रुख किया, लेकिन मजबूत आंकड़ों की बदौलत चीन के बाजार में तेजी से घरेलू स्तर पर धातु समूह में दमदार लिवाली से भी बाजार को समर्थन मिला।

विदेशी बाजारों में चीन का शंघाई कंपोजिट 2.52 फीसदी और ब्रिटेन का एफटीएसई 0.70 फीसदी चढ़ा, जबकि जापान का निक्की 1.80, हांगकांग का हैंगसैंग 0.72 और दक्षिण कोरिया का कोस्पी 1.07 फीसदी टूटा। बीएसई के धातु समूह में सबसे अधिक 2.60 फीसदी की तेजी रही। इसके अलावा अन्य 15 समूहों में भी 1.71 फीसदी तक की मजबूती दर्ज की गयी, जबकि शेष चार समूह के शेयर 0.16 फीसदी तक टूटे।

सेंसेक्स की 30 में से 19 कंपनियों के शेयरों ने छलांग लगायी, जबकि शेष 11 में मंदी देखी गयी। बीएसई में कुल 2855 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ। इनमें 1490 में तेजी और 1148 में नरमी रही, जबकि 217 में टिकाव रहा। एनएसई में कुल 1440 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ। इनमें से 802 में मजबूती और 574 में गिरावट रही, जबकि 64 में कोई बदलाव नहीं हुआ।