भारतीय ओपनिंग बल्लेबाज एवं पार्ट टाइम आफ स्पिनर शिखर धवन के गेंदबाजी एक्शन पर संदेह जताया गया है. उन्हें अब इसके लिए परीक्षण से गुजरना होगा.

धवन के खिलाफ फ्रीडम सीरीज के चौथे एवं अंतिम कोटला टेस्ट के बाद संदिग्ध गेंदबाजी एक्शन का संदेह जताया गया है और अब उन्हें अगले 14 दिनों के भीतर गेंदबाजी परीक्षण से गुजरना होगा.

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने बुधवार को एक विज्ञप्ति जारी कर इसकी जानकारी दी है. धवन के खिलाफ दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ चार टेस्टों की सीरीज के सोमवार को संपन्न अंतिम टेस्ट के बाद संदिग्ध गेंदबाजी की रिपोर्ट दर्ज की गई है.

आईसीसी ने बताया कि भारतीय क्रिकेटर को रिपोर्ट दर्ज होने के बाद 14 दिनों के भीतर आईसीसी की मान्यता प्राप्त लैब में गेंदबाजी एक्शन के लिये टेस्ट देना होगा. धवन को गेंदबाजी एक्शन का परिणाम आने तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में गेंदबाजी करने की अनुमति होगी.



उन्होंने बताया कि मैच अधिकारियों ने धवन के बारे में यह रिपोर्ट भारतीय टीम प्रबंधन को सौंप दी है और धवन की आफ स्पिन डिलीवरी पर संदेह व्यक्त किया है.

धवन ने कोटला टेस्ट में दक्षिण अफ्रीका की दूसरी पारी में तीन ओवर गेंद डाली थी और नौ रन देकर कोई विकेट नहीं लिया था. भारत ने यह मैच 337 रन के बड़े अंतर से जीता था और चार मैचों की सीरीज 3-0 से जीती थी.

भारतीय क्रिकेटर धवन के अलावा वर्ष 2015 में संदिग्ध गेंदबाजी एक्शन को लेकर घेरे में आए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटरों में वेस्टइंडीज के सुनील नारायण, मालरेन सैम्युअल्स, पाकिस्तान के मोहम्मद हाफीज और बिलाल आसिफ, श्रीलंका के थारिंडू कौशल एवं जिम्बाब्वे के मैल्कम वालर शामिल हैं.

संदिग्ध गेंदबाजी मामले में दोषी पाए जाने पर नारायण और हफीज पर प्रतिबंध लगा दिया गया है.