नई दिल्‍ली: लोकपाल आंदोलन का सबसे बड़ा चेहरा रहे अन्‍ना हज़ारे ने दिल्ली की केजरीवाल सरकार के जन लोकपाल बिल पर सुझाव दिए है। सूत्रों के मुताबिक़, अन्‍ना ने कहा है कि लोकपाल की चुनाव समिति में दो और लोग शामिल किए जाएं, जिनमें एक रिटायर्ड हाई कोर्ट जज और एक जानी मानी हस्ती हो।

अन्‍ना के सुझावों के बाद दिल्‍ली के मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा है कि 'अन्ना जी, आपके सपोर्ट और आशीर्वाद के लिए शुक्रिया। आपके सुझावों को हम ज़रूर लागू करेंगे।'

वहीं, इस बाबत आम आदमी पार्टी के नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा है कि मुझे लगता है अन्‍ना जी ने जो सुझाव दिए हैं, सरकार को उनको मानने में कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए।

अन्‍ना ने ये भी सुझाव दिया है कि जन लोकपाल हो हटाने से पहले उस पर लगे आरोपों की जांच हाईकोर्ट के जज से कराई जाए, जबकि दिल्ली सरकार के जन लोकपाल बिल में कहा गया है कि जन लोकपाल को हटाने के लिए विधानसभा में दो तिहाई बहुमत से प्रस्ताव कराना होगा। अन्‍ना हज़ारे ने ये राय आम आदमी पार्टी के नेता कुमार विश्वास और संजय सिंह को बताई है जो अन्‍ना से मिलने उनके गांव रालेगण सिद्धि गए थे। ये दोनों अब ये राय दिल्ली सरकार को बताएंगे।

दरअसल, दिल्ली सरकार के जन लोकपाल बिल में सेलेक्शन पैनल में कुल 4 लोगों को रखा गया है, जिसमें से तीन नेता हैं और उनमें भी दो सरकार के, जिससे विरोधी लोकपाल की स्वतंत्रता और निष्पक्षता पर सवाल उठा रहे हैं।