काहिरा: इस्लामिक स्टेट समूह ने दावा किया है कि पिछले महीने मिस्र के सिनाई प्रायद्वीप में ध्वस्त हुए रूसी विमान में उसने सोडा केन बम से धमाका करके गिराया था. वो सोडा केन बम मिस्र के हवाई अड्डे पर सुरक्षा को धोखा देकर चोरी छुपे पहुंचाया गया था.
इस्लामिक स्टेट की ऑनलाइन मैगजीन में बाकायदा सोडा केन बम और इसे पहुंचाने वाले शख्स की तस्वीरें प्रकाशित की गई हैं.
ऑनलाइन पत्रिका दाबिक के नए संस्करण में कहा गया है कि संगठन ने शुरू में अमेरिका नेतृत्व वाले गठबंधन में शामिल किसी देश के विमान गिराने की योजना बनाई थी. जो इराक और सीरिया में आतंकवादियों को निशाना बना रहे हैं लेकिन सितंबर के आखिर में रूस द्वारा सीरिया में हवाई हमले शुरू किए जाने के बाद आईएस ने शर्म अल शेख रिसॉर्ट से रवाना होने वाले रूसी विमान को निशाना बनाने का फैसला किया.
संगठन ने पत्रिका में पासपोर्ट से लिए एक तस्वीर भी प्रकाशित की है, जिसे उसने अपना मुजाहिदीन बताया है.
गौरतलब है कि रूसी जांचकर्ताओं ने भी जांच में पाया कि विमान में विस्फोट हुआ था. आईएस ने उसके लड़ाकों द्वारा मृत यात्रियों के बरामद किए गए पासपोर्ट की तस्वीरें भी जारी की हैं.
गौरतलब है कि 31 अक्तूबर को हुए इस हमले में विमान के सभी 224 यात्री मारे गए थे.
रूस के राष्ट्रपति व्लादीमीर पुतिन ने मंगलवार को आधिकारिक तौर पर माना था कि उसके विमान को बम धमाके में मार गिराया गया था.
इस्लामिक स्टेट ने ऐसे गिराया था रूसी प्लेन, जिसमें 224 जानें तबाह हुई थीं
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