
ज्योतिष एवं द्वारका शारदापीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने सोमवार को परमहंसी स्थित मणिद्वीप आश्रम में पत्रकारों से शिरडी के सांई बाबा के मुददे पर कहा कि शंकराचार्य कोई फतवा जारी नहीं करते हैं, अपितु जिस प्रकार देश के जज कानून के अनुसार व्यवस्था देते हैं, वैसे ही शंकराचार्य शास्त्र के अनुसार बोलते हैं। शंकराचार्य सनातन धर्म के जज है।
उन्होंने कहा कि हम जो सांई के संबंध में कह रहे हैं वह शास्त्रसम्मत बात कह रहे हैं। हमारी बात से श्रृंगेरी पीठ एवं पुरी पीठ के शंकराचार्य भी सहमत है। इस धर्मयुद्ध का विवाद कैसे सुलझेगा, इस सवाल पर शंकराचार्य ने कहा कि यह कोई विवाद नहीं है अपितु व्यवस्था है। शंकराचार्य ने स्पष्ट कहा कि सांई के संबंध में हमने जो बातें कही हैं, उसका समाधान विचार से हो सकता है उपद्रव या मूर्ति तोडफ़ोड़ से संभव नहीं है, जो विचार से तय हो उस बात को सभी मानें।