जबलपुर। अखिल भारतीय संत समिति के तत्वावधान में छोटी लाइन स्थित नरसिंह मंदिर में हुई बैठक में संतों ने धार्मिक स्थलों से सम्बंधित नए कानून का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि मप्र शासन के राजपत्र में प्रकाशित कानून के अनुसार ही धर्म स्थलों पर विचार किया जाना चाहिए। इसके बाद ही उन्हें हटाने की कार्रवाई या अतिक्रमण का दायरा तय किया जाए।
संतों ने चेतावनी
संत समिति के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष महामंडलेश्वर डॉ. श्यामदास ने कहा कि (धार्मिक भवन एवं गतिविधियों का विनियमन ) नियम 2015 के अनुसार धार्मिक स्थलों को नियमित करने या हटाने की कार्यवाही अधिकारियों की समिति की संस्तुति पर होगी। समिति में कलेक्टर अध्यक्ष व पुलिस अधीक्षक, आयुक्त नगर निगम व सीईओ नगर पालिका सदस्य होंगे। संतों ने चेतावनी दी है कि धार्मिक स्थलों के सम्बन्ध में नए राजपत्र की प्रक्रिया नहीं अपनाई गई तो संत समिति आन्दोलन करने को बाध्य होगी।
बैठक में दंडी स्वामी प्यारेनन्द, स्वामी रामकृष्णदास, साध्वी ज्ञानेश्वरी दीदी, स्वामी नरसिंह दास, स्वामी चैतन्यानन्द, विश्व हिन्दू परिषद के क्षेत्रीय संगठन मंत्री अमरीश सिंह, गोविन्द शेंडे, पूर्व मंत्री अजय विश्नोई मौजूद रहे।
पहले होगी जांच, फिर हटेंगे धार्मिक स्थल
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